dextromethorphan hydrobromide syrup: राजस्थान में निशुल्क दवा योजना के तहत दी जाने वाली खांसी की सिरप से बच्चों की सेहत बिगड़ने के मामले सामने आए हैं। सीकर में पांच साल के बच्चे की मौत हो गई जबकि जयपुर में दो साल की बच्ची ICU में जिंदगी और मौत से लड़ रही है। (dextromethorphan hydrobromide syrup)भरतपुर में भी इसी दवा से स्वास्थ्य संबंधी गंभीर मामले दर्ज हुए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने इन गंभीर मामलों के मद्देनजर खांसी की सिरप के 19 नंबर बैच के वितरण पर पूरे राज्य में रोक लगा दी है। शिकायत के अनुसार, यह सिरप dextromethorphan hydrobromide syrup नामक दवा है, जिसने बच्चों की तबीयत बिगाड़ दी।
जयपुर में ICU में भर्ती बच्ची
जयपुर के दूदू की रहने वाली दो साल की यश्वी ICU में भर्ती है। सांगानेर डिस्पेंसरी से दवा लेने के बाद उसकी हालत बिगड़ी, फिर उसे प्राइवेट अस्पताल लाना पड़ा।
भरतपुर के कलासड़ा गांव में एक बच्चे की हालत गंभीर हुई और जेके लोन अस्पताल में भर्ती कराया गया। परिजनों की शिकायत पर जांच में डॉक्टर और दो ड्राइवरों की भी तबीयत बिगड़ी, जिससे डॉक्टर को भी अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।
सीकर जिले के श्रीमाधोपुर के हाथीदेह गांव के दो बच्चों की तबीयत भी सिरप पीने के बाद खराब हुई। उन्हें जेके लोन अस्पताल ICU में भर्ती कराया गया था, बाद में सुधार होने पर डिस्चार्ज कर दिया गया।
कंपनी का विवादित इतिहास
सिरप का निर्माण जयपुर की कायसन फार्मा कंपनी करती है, जिसका रिकॉर्ड विवादों से भरा रहा है। मई 2023 में कंपनी के एक बैच को नॉट ऑफ स्टैंडर्ड घोषित किया गया था।राजस्थान मेडिकल सर्विसेज़ कॉर्पोरेशन लिमिटेड (RMSCL) ने दवा के सभी बैच की सप्लाई पर रोक लगा दी है और जांच जारी है।शासन सचिव गायत्री राठौड़ ने कहा है कि बैच का सैंपल जांच के लिए भेजा गया है, रिपोर्ट आने के बाद नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।