Rajasthan Assembly Budget Session: बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने कांग्रेस पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि सदन को लोकतांत्रिक प्रणाली से ही चलना चाहिए, लेकिन कांग्रेस इसे हाईजैक करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष के (Rajasthan Assembly Budget Session)आसन तक जाकर गोविंद सिंह डोटासरा ने जिस तरह का आचरण किया, वह सदन की गरिमा के खिलाफ है। राठौड़ ने कहा कि डोटासरा ने ऐसे शब्दों का प्रयोग किया, जिन्हें दोहराना भी मुश्किल है।
“होटलों में बीती कांग्रेस विधायकों की राजनीति”
राठौड़ ने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सरकार पर भी जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपने आंतरिक कलह में इतनी उलझी रही कि पूरे कार्यकाल में जनहित के कार्य नहीं कर पाई। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि गहलोत सरकार में विधायकों को होटलों में रखा गया, पुलिस बेबस थी, जबकि आज कानून व्यवस्था मजबूत है।
“तीन लोग गए डायस पर, तो छह का निलंबन क्यों?”
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने बीजेपी सरकार पर पलटवार करते हुए कहा कि इंदिरा गांधी पर की गई टिप्पणी को कार्यवाही से हटाने की मांग करना गलत कैसे हो सकता है? उन्होंने कहा कि जब तीन विधायक ही स्पीकर के पास गए थे, तो छह विधायकों का निलंबन क्यों किया गया? डोटासरा ने यह भी आरोप लगाया कि जब कांग्रेस ने विरोध दर्ज कराया, तो विधानसभा अध्यक्ष बिना कोई संवाद किए ही सदन स्थगित कर चले गए।
“स्पीकर की भूमिका संदिग्ध” – कांग्रेस का आरोप
डोटासरा ने विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि स्पीकर ने बिना किसी रिकॉर्ड या प्रमाण के विपक्षी विधायकों पर कार्रवाई की। उन्होंने कहा कि यह लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ है कि बिना किसी ठोस आधार के सदन में विपक्ष की आवाज को दबाया जाए।
“लोकतंत्र को कुचलने की कोशिश” –
राजस्थान विधानसभा में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच टकराव लगातार गहराता जा रहा है। कांग्रेस का आरोप है कि सरकार लोकतंत्र को कुचलने की कोशिश कर रही है, जबकि बीजेपी इसे विपक्ष का अनावश्यक हंगामा बता रही है। अब सवाल यह उठता है कि क्या यह गतिरोध जल्द खत्म होगा, या राजस्थान की सियासत में यह विवाद और गहराएगा?