Rajasthan Assembly Budget Session 2025: राजस्थान विधानसभा में नगरीय विकास और स्वायत्त शासन विभाग की अनुदान मांगों पर चर्चा के दौरान सदन में भारी हंगामा हुआ। कांग्रेस विधायक रफीक खान और भाजपा विधायक गोपाल शर्मा के बीच तीखी नोकझोंक ने माहौल को गरमा दिया। ( Rajasthan Assembly Budget Session 2025) बहस के दौरान गोपाल शर्मा ने बार-बार ‘पाकिस्तानी-पाकिस्तानी’ शब्द का इस्तेमाल किया, जिससे विपक्ष भड़क उठा। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली और कांग्रेस विधायकों ने इस बयान को अमर्यादित करार देते हुए कड़ा विरोध जताया। सदन में इस बयान को लेकर सत्ता और विपक्ष में तीखी बहस हुई, जिससे कार्यवाही बाधित हो गई।
भाजपा विधायक के बयान पर कांग्रेस का आक्रोश, टीकाराम जूली ने की निंदा
कांग्रेस ने गोपाल शर्मा के बयान को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि इस तरह के शब्दों का उपयोग कर सदन की गरिमा को ठेस पहुंचाई जा रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि इस तरह की बयानबाजी को कांग्रेस बर्दाश्त नहीं करेगी और अगर सत्ता पक्ष ने ऐसी भाषा का इस्तेमाल जारी रखा तो विपक्ष कड़ा जवाब देगा।
वहीं, भाजपा के मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा कि जब भाजपा विधायक अपनी बात रख रहे थे, तब कांग्रेस ने भी व्यवधान पैदा किया था। उन्होंने कहा कि विपक्ष खुद मर्यादा तोड़ता है और जब सत्ता पक्ष जवाब देता है, तो हंगामा करने लगता है।
सियासी जंग के बीच रफीक खान की शेरो-शायरी
सदन में बढ़ते तनाव को कम करने के लिए कांग्रेस विधायक रफीक खान ने शेरो-शायरी का सहारा लिया। उन्होंने शांतिपूर्ण माहौल बनाने की कोशिश की, लेकिन भाजपा विधायक गोपाल शर्मा अपनी बात पर अड़े रहे और विपक्ष को घेरते रहे। हंगामे के चलते संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल को दखल देना पड़ा। उन्होंने गोपाल शर्मा को समझाने के लिए उनकी सीट तक जाकर उन्हें शांत कराया, तब जाकर सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू हो पाई।
भ्रष्टाचार पर भाजपा का वार, कांग्रेस सरकार को बताया घोटालों की सरकार
हंगामे के बीच भाजपा विधायक गोपाल शर्मा ने कांग्रेस सरकार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार घोटालों में लिप्त रही और विकास कार्यों को नजरअंदाज किया गया। शर्मा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार के मंत्रियों पर जल जीवन मिशन घोटाला, मादक पदार्थ तस्करी, पट्टा विवाद और पेपर लीक जैसे कई मामलों में संलिप्तता रही है।
उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का जिक्र करते हुए तंज कसा, जिससे कांग्रेस विधायकों ने विरोध जताया। विवाद बढ़ता देख गोपाल शर्मा ने सदन में माफी मांगी। इसके अलावा, उन्होंने एक पूर्व राज्यपाल पर जमीन हड़पने का आरोप लगाया, जिस पर नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने आपत्ति जताई और भाजपा विधायक को फिर से माफी मांगनी पड़ी।
ईदगाह पर रुका काम, धार्मिक भेदभाव का आरोप
विधानसभा में धार्मिक स्थलों के विकास कार्यों का मुद्दा भी उठा। कांग्रेस विधायक अमीन कागजी ने आरोप लगाया कि सरकार धार्मिक भेदभाव कर रही है। उन्होंने कहा कि विधायक कोष से उन्होंने कई मंदिरों में करोड़ों रुपए के कार्य करवाए, लेकिन जब ईदगाह में काम करवाने की बारी आई, तो सरकार ने उसे रोक दिया। इस मुद्दे को लेकर सत्ता और विपक्ष के बीच तीखी बहस छिड़ गई।
राजस्थान की सियासत में ध्रुवीकरण तेज
इस पूरे घटनाक्रम से स्पष्ट है कि राजस्थान की सियासत में सत्ता और विपक्ष के बीच ध्रुवीकरण की खाई लगातार बढ़ती जा रही है। जहां भाजपा विपक्ष पर भ्रष्टाचार और कुप्रबंधन के आरोप लगा रही है, वहीं कांग्रेस भाजपा पर सांप्रदायिक ध्रुवीकरण का आरोप लगा रही है। विधानसभा में हुए इस विवाद ने न केवल राजनीतिक तनाव को बढ़ा दिया, बल्कि आगामी चुनावी रणनीतियों की झलक भी दिखा दी। आने वाले दिनों में यह मुद्दा और अधिक गरमाने की संभावना है, जिससे राज्य की राजनीति में नया मोड़ आ सकता है।