Parliament Monsoon Session: संसद का मानसून सत्र पहले ही दिन भारी हंगामे की भेंट चढ़ गया। विपक्ष ने ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम आतंकी हमले को लेकर लोकसभा और राज्यसभा दोनों में जोरदार विरोध प्रदर्शन किया।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने राज्यसभा में कहा कि पहलगाम हमले के आतंकियों को अब तक पकड़ा नहीं गया है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल के बयान का हवाला देते हुए कहा कि वहां स्पष्ट इंटेलिजेंस फेलियर हुआ है। खड़गे ने आगे कहा, “डोनाल्ड ट्रम्प बार-बार कह रहे हैं (Parliament Monsoon Session) कि हमने भारत-पाक युद्ध रुकवाया। क्या यह सही है? सरकार को जवाब देना चाहिए।”
इस पर जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने कहा, “सरकार ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम हमला दोनों पर चर्चा करना चाहती है। हम हर तरीके से चर्चा के लिए तैयार हैं।”
लोकसभा स्पीकर की टिप्पणी: प्रश्नकाल के बाद होगी चर्चा
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर पर प्रश्नकाल के बाद चर्चा करवाई जाएगी। उन्होंने विपक्ष को चेतावनी दी कि पहले ही दिन हंगामा करना उचित नहीं है।
I.N.D.I.A. गठबंधन ने सरकार को संसद में घेरने की रणनीति तैयार की है। ऑपरेशन सिंदूर, भारत-पाक संघर्ष, ट्रम्प के सीजफायर दावे, और बिहार वोटर लिस्ट जैसे मुद्दे विपक्ष के निशाने पर हैं। संसद का मानसून सत्र 21 जुलाई से 21 अगस्त तक चलेगा।