पाक सेना पर बड़ा आतंकी हमला, 13 जवान शहीद, अफगान सीमा बंद, तनाव की आग भड़की

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Pakistan Afghanistan Border Tension

Pakistan Afghanistan Border Tension: पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच तनाव एक बार फिर उभर कर सामने आया है। खैबर पख्तूनख्वा में हुए एक आत्मघाती हमले में पाकिस्तान की सेना के 13 जवान मारे गए। इसके तुरंत बाद पाकिस्तान (Pakistan Afghanistan Border Tension)ने गुलाम खान बॉर्डर क्रॉसिंग को बंद कर दिया, जिससे दोनों देशों के बीच आवाजाही और व्यापार बुरी तरह प्रभावित हुआ है।

हमले के बाद पाकिस्तान का शक, सख्त कदम

पाकिस्तानी सेना ने इस हमले के लिए अफगानिस्तान की जमीन से संचालित आतंकी संगठनों को जिम्मेदार ठहराया है। साथ ही, परोक्ष रूप से भारत पर भी संदेह जताया गया है। हालांकि अभी तक किसी भी आतंकवादी संगठन ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।

सेना के मुताबिक, उत्तरी वजीरिस्तान के मीर अली क्षेत्र में सैन्य काफिले को निशाना बनाकर यह हमला किया गया। इसके बाद गुलाम खान सीमा चौकी को तत्काल प्रभाव से सील कर दिया गया, जिससे हजारों नागरिक और व्यापारी प्रभावित हुए हैं।

तालिबान को नहीं दी गई पूर्व जानकारी

अफगान सीमा बल के प्रवक्ता अब्दुल्ला फारूकी ने पुष्टि की है कि पाकिस्तान ने सीमा बंद करने की कोई पूर्व सूचना नहीं दी। उन्होंने कहा कि अफगान नागरिकों और व्यापारियों को तोरखम या स्पिन बोल्डक जैसे वैकल्पिक रास्तों का इस्तेमाल करने की सलाह दी गई है।

गौरतलब है कि गुलाम खान बॉर्डर अफगानिस्तान के खोस्त प्रांत को पाकिस्तान के उत्तरी वजीरिस्तान से जोड़ता है और यह क्षेत्र व्यापारिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है।

पुराना विवाद, फिर से उभरा

पाक-अफगान संबंधों में तनाव कोई नया नहीं है। सीमा विवाद, पारस्परिक अविश्वास और आतंकी गतिविधियों के चलते पहले भी कई बार दोनों देशों की सीमाएं बंद की जा चुकी हैं। हाल ही में चीन की मध्यस्थता से रिश्तों में थोड़ी नरमी आई थी, लेकिन यह हमला उस भरोसे को फिर से तोड़ गया है।

पाकिस्तान लंबे समय से अफगानिस्तान पर आतंकी संगठनों को शरण देने का आरोप लगाता रहा है, जबकि तालिबान सरकार इन आरोपों से इनकार करती रही है। ताजा घटना ने दोनों देशों के बीच जारी अविश्वास को और गहरा कर दिया है।

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