आतंकी ठिकाने तबाह करने वाला ऑपरेशन सिंदूर अब बनेगा पाठ्यपुस्तकों का हिस्सा, छात्रों को मिलेगा असली देशभक्ति सबक

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Operation Sindoor

Operation Sindoor:एनसीईआरटी (NCERT) ने ऑपरेशन सिंदूर  पर विशेष मॉड्यूल जारी किया है। अब इसे कक्षा 3 से लेकर 12वीं तक के पाठ्यक्रम में पढ़ाया जाएगा। इसमें छात्रों को भारतीय सेना की ताकत, रणनीति और बहादुरी से अवगत कराया जाएगा। यह मॉड्यूल बताता है कि (Operation Sindoor) ऑपरेशन सिंदूर केवल सैन्य कार्रवाई नहीं थी, बल्कि शांति और शहीदों के सम्मान का प्रतीक भी था।

भारतीय सेना की कार्रवाई का विवरण

मॉड्यूल में कहा गया है कि पाकिस्तान भले ही पहलगाम हमले में सीधे शामिल होने से इनकार करता रहा, लेकिन यह हमला उसके सैन्य और राजनीतिक नेतृत्व के आदेश पर हुआ था। इसमें बताया गया है कि भारत ने पाकिस्तान और पीओके में स्थित नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। इनमें से सात ठिकानों को पूरी तरह नष्ट कर दिया गया।

नष्ट किए गए आतंकी ठिकाने

भारतीय वायुसेना ने मुरीदके और बहावलपुर में लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े कैंपों पर सटीक हमले किए। सरकार ने यह भी स्पष्ट किया कि इस दौरान किसी भी सिविलियन को नुकसान नहीं पहुंचा। हर टारगेट को हमले से पहले दो बार जांचा गया और केवल आतंकवादियों को निशाना बनाया गया।

छात्रों को बताएंगे सेना की ताकत

एनसीईआरटी ने दो मॉड्यूल जारी किए हैं:

  • कक्षा 3 से 8वीं“ऑपरेशन सिंदूर: अ सागा ऑफ वैलोर”
  • कक्षा 9 से 12वीं“ऑपरेशन सिंदूर: ए मिशन ऑफ ऑनर एंड ब्रेवरी”

इनका उद्देश्य छात्रों को भारतीय सेना की शक्ति और रणनीतिक सोच से अवगत कराना है।

एस-400 का भी जिक्र

मॉड्यूल में ऑपरेशन सिंदूर को “बहादुरी, रणनीति और नवाचार की जीत” बताया गया है। इसमें भारत की वायु रक्षा प्रणालियों का जिक्र है, खासकर एस-400 जिसने दुश्मन के विमान और ड्रोन को मार गिराया। इसके साथ ही, देशभर में लोगों की प्रतिक्रियाओं को भी शामिल किया गया है। कश्मीर में दुकानों का बंद होना, मुस्लिम समुदाय द्वारा काली पट्टियां बांधकर विरोध जताना और सीमा गांवों का सशस्त्र बलों का समर्थन करना इसमें दर्ज किया गया है।

पुराने युद्धों का जिक्र

मॉड्यूल में भारत के पुराने युद्धों का भी उल्लेख है। 1947, 1965, 1971 और 1999 में भारत ने अपने नागरिकों की रक्षा के लिए दुश्मनों को करारा जवाब दिया। ऑपरेशन सिंदूर को भी जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा, हिजबुल मुजाहिदीन और आईएसआई जैसे संगठनों के खिलाफ निर्णायक कदम के रूप में दर्शाया गया है। अंत में मॉड्यूल यह संदेश देता है कि ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ एक सैन्य अभियान नहीं था, बल्कि यह शांति स्थापित करने और शहीदों के सम्मान को पुनर्स्थापित करने का संकल्प भी था।

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