Operation Sindoor: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में देश को संबोधित करते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर बड़ा खुलासा किया। यह पहली बार था जब उन्होंने इस गुप्त सैन्य अभियान की सफलता पर विस्तार से बात की। पीएम मोदी ने इस ऑपरेशन के जरिए भारत विरोधी आतंकियों को (Operation Sindoor)कड़ा संदेश दिया और अमेरिका तथा यूरोप को भी आतंकवाद के प्रति उनके दोहरे रवैये को लेकर घेरा।
भारत में आतंक फैलाने वाले अब अमेरिका और यूरोप में भी खतरा
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में स्पष्ट कहा कि जिन ठिकानों से दशकों से भारत में आतंक फैलाया जा रहा था, वहीं से निकले आतंकी अब अमेरिका और यूरोप में भी भय और विनाश का कारण बन चुके हैं। उन्होंने पाकिस्तान के बहावलपुर और मुरीदके जैसे आतंकवादी अड्डों का विशेष रूप से ज़िक्र किया, जो जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे संगठनों के गढ़ हैं।
“ऑपरेशन सिंदूर” केवल सैन्य कार्रवाई नहीं, यह न्याय की पुनर्स्थापना है
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 6-7 मई की रात को अंजाम दिया गया यह ऑपरेशन केवल एक सैन्य मिशन नहीं था, बल्कि यह भारत में न्याय की पुनर्स्थापना का प्रतीक है। इस कार्रवाई में न सिर्फ आतंकियों के ठिकानों को ध्वस्त किया गया, बल्कि उन चेहरों को भी खत्म किया गया जो दशकों से भारत को अस्थिर करने की साजिश रचते आए थे।
सिंदूर – केवल नाम नहीं, बल्कि प्रतीक है राष्ट्रीय भावनाओं का
प्रधानमंत्री ने कहा, “सिंदूर सिर्फ एक नाम नहीं है। यह देश की बेटियों की अस्मिता की रक्षा, निर्दोषों के लिए न्याय और पूरे भारत की भावनाओं का प्रतिनिधित्व करता है।” इस मिशन के तहत 100 से अधिक खतरनाक आतंकियों का सफाया किया गया, जिनमें वे भी शामिल थे जो लंबे समय से भारत को खुलेआम धमकियां दे रहे थे।
आतंक के वैश्विक अड्डों पर पीएम मोदी की चेतावनी
प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिका और यूरोप को स्पष्ट शब्दों में चेतावनी दी कि आतंक पर नरमी और दोहरा रवैया अंततः उन्हीं के लिए घातक बनता है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के बहावलपुर और मुरीदके जैसे अड्डे न सिर्फ भारत के लिए, बल्कि पूरी दुनिया के लिए सुरक्षा संकट बन चुके हैं।
ऐतिहासिक उदाहरणों के जरिए पाकिस्तान की भूमिका उजागर
9/11 हमला (2001, अमेरिका)
इस भीषण हमले में करीब 3,000 लोगों की जान गई थी। जांच में सामने आया कि हमलावरों को पाकिस्तान में प्रशिक्षण मिला था और अल-कायदा का नेटवर्क भी वहीं से संचालित होता था। हमले के मास्टरमाइंड ओसामा बिन लादेन को भी पाकिस्तान के ऐबटाबाद में छिपा पाया गया, जहां बाद में अमेरिकी सेना ने उसे मार गिराया।
लंदन ट्यूब बम धमाके (2005, ब्रिटेन)
इस हमले में 52 नागरिक मारे गए थे। इसमें शामिल कम से कम दो आत्मघाती हमलावर पाकिस्तान में प्रशिक्षण प्राप्त कर लौटे थे। ब्रिटिश खुफिया एजेंसियों ने हमले के तार पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठनों से जुड़े पाए।
आतंकवाद पर अब निर्णायक रुख
प्रधानमंत्री मोदी का यह संबोधन न केवल ऑपरेशन सिंदूर की सफलता को सामने लाता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि भारत अब आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक और सख्त रुख अपनाने में पीछे नहीं हटेगा। उनका संदेश स्पष्ट था – भारत की सुरक्षा के साथ समझौता नहीं होगा, और जो भी खतरा बनेगा, उसका समुचित जवाब दिया जाएगा।