Operation Sindoor: भारत के बहुप्रशंसित ऑपरेशन सिंदूर को लेकर एक बड़ा खुलासा सामने आया है। पाकिस्तान की ओर से तैयार किए गए गोपनीय डोजियर में यह स्वीकार किया गया है कि उसे भारतीय कार्रवाई से जितना नुकसान भारतीय सेना ने सार्वजनिक रूप से बताया, ( Operation Sindoor) उससे कहीं अधिक चोट पहुंची है। यह डोजियर न केवल पाकिस्तान के पहले किए गए दावों को झूठा साबित करता है, बल्कि यह भी प्रमाणित करता है कि भारत की कार्रवाई कहीं अधिक रणनीतिक और प्रभावशाली थी।
सिर्फ आतंकी नहीं, सैन्य ठिकाने भी निशाने पर
डोजियर के अनुसार, भारतीय सेना ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) के साथ-साथ पाकिस्तान के भीतरी हिस्सों में कुल 28 स्थानों पर हमले किए थे। जबकि भारत ने सार्वजनिक रूप से केवल आतंकी ठिकानों को लक्ष्य बनाने की बात कही थी, असल में सैन्य ठिकानों को भी निशाना बनाया गया था।
इनमें पेशावर, सिंध, झांग, गुजरांवाला, भवालनगर और छोर जैसे संवेदनशील क्षेत्र शामिल थे, जिनका ज़िक्र भारतीय ब्रीफिंग्स में नहीं किया गया था। यह कार्रवाई पाकिस्तान की रणनीतिक गहराई में की गई एक सटीक और निर्भीक सैन्य प्रतिक्रिया थी।
भारतीय वायुसेना की ताकत: 11 एयरबेस तबाह
पाकिस्तानी डोजियर के अनुसार, भारत ने जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के 11 प्रमुख एयरबेस को निशाना बनाया। इनमें शामिल हैं:
- नूर खान एयरबेस (इस्लामाबाद)
- पीएएफ रफीकी (शेखूपुरा)
- मुरीदके
- सुकरुर
- सियालकोट
- पसरुर
- चुनियान
- सरगोधा
इन ठिकानों पर की गई तबाही की पुष्टि अंतरराष्ट्रीय सैटेलाइट निगरानी एजेंसी मैक्सार टेक्नोलॉजीज द्वारा जारी की गई तस्वीरों से भी होती है, जिनमें ध्वस्त रनवे, हैंगर और अन्य संरचनाएं साफ देखी जा सकती हैं।
पाकिस्तान की झूठी कहानी उजागर
जहां पाकिस्तान पहले यह दावा करता रहा कि भारत की कार्रवाई केवल सीमित और सीमांत क्षेत्रों तक ही सीमित रही, वहीं अब उसी के तैयार किए गए डोजियर ने उसकी कहानी को झूठा साबित कर दिया है। यह साफ हो गया है कि भारत ने सिर्फ जवाब नहीं दिया, बल्कि एक गहराई तक सोच-समझ कर रणनीतिक कार्रवाई की।
भारत के सुरक्षा प्रतिकार की नई परिभाषा
ऑपरेशन सिंदूर अब केवल एक सैन्य प्रतिक्रिया नहीं रहा। यह रणनीतिक दृढ़ता, निर्णायक नेतृत्व और भारत की सैन्य क्षमताओं का प्रतीक बन गया है। पाकिस्तान में हुए नुकसान की सच्चाई सामने आने के बाद, यह ऑपरेशन भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा की नई परिभाषा गढ़ता है और भविष्य की कार्रवाईयों के लिए एक स्पष्ट संकेत देता है।