Child Marriage in Rajasthan: देश में बाल विवाह जैसी सामाजिक बुराई के खिलाफ एक निर्णायक कदम उठाते हुए पुलिस विभाग ने “ऑपरेशन लाडली” शुरू किया है। (Child Marriage in Rajasthan)आगामी 12 नवंबर को अबूझ सावे के दौरान संभावित बाल विवाह को रोकने के उद्देश्य से 11 से 16 नवंबर तक पूरे प्रदेश में जागरूकता और रोकथाम के प्रयास तेज किए जाएंगे। इस अभियान का उद्देश्य न केवल बाल विवाह पर रोक लगाना है, बल्कि समाज में इस मुद्दे के प्रति स्थायी जागरूकता फैलाना है।
अभियान के प्रमुख आयाम और रणनीतियां:
- जन-जन तक पहुंचने का प्रयास: नुक्कड़ नाटक, दीवार लेखन, जागरूकता रैलियों, और पोस्टर-बैनर के माध्यम से हर गाँव और कस्बे तक संदेश पहुँचाया जाएगा।
- स्कूलों में संवाद: स्कूल और कॉलेज स्तर पर कार्यशालाओं का आयोजन कर, युवाओं और बच्चों को बाल विवाह के दुष्परिणामों से अवगत कराया जाएगा।
- समाज के सभी वर्गों की भागीदारी: सीएलजी सदस्यों, स्थानीय नेताओं, सुरक्षा सखियों, और सेवा प्रदाताओं को अभियान में शामिल कर, एक मजबूत सामुदायिक सहयोग का निर्माण किया जाएगा।
- विज्ञापन और मीडिया कवरेज: समाचार पत्रों में विज्ञापन, स्थानीय रेडियो पर जिंगल्स, और डॉक्यूमेंट्री प्रसारण के जरिए अभियान को अधिक से अधिक लोगों तक पहुँचाया जाएगा।
- कानूनी शिक्षा: बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम, 2006 के तहत किशोरों और उनके परिजनों को जागरूक कर उन्हें सशक्त बनाया जाएगा कि वे अपने अधिकारों को समझें और बाल विवाह के विरुद्ध आवाज उठाएँ।
आईजी पुलिस जय नारायण के नेतृत्व में चल रहे इस अभियान में थाना स्तर पर सीएलजी सदस्यों और पुलिस के अन्य कर्मियों को भी शामिल किया गया है, ताकि समाज के हर कोने से इस कुप्रथा को समाप्त किया जा सके। “ऑपरेशन लाडली” का उद्देश्य केवल बाल विवाह रोकना ही नहीं, बल्कि एक सशक्त और शिक्षित समाज की दिशा में कदम बढ़ाना है।
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