दूसरी ट्रंप शासन में किम का सख्त संदेश….परमाणु योजनाएं, शवाब्त रणनीतियां और अमेरिका को अल्टीमेटम

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Kim Jong Un

Kim Jong Un: उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने बीते 24 घंटे में दो ऐसे बड़े फैसले लिए हैं, जिन्होंने अमेरिका की चिंता को बढ़ा दिया है। ये फैसले डोनाल्ड ट्रंप के दोबारा अमेरिकी राष्ट्रपति बनने के बाद एक नई भूराजनीतिक दिशा की ओर संकेत करते हैं।

रविवार को विजयी दिवस के मौके पर किम जोंग उन ने कहा कि उत्तर कोरिया ने अतीत में अमेरिकी फौज को हराया है और भविष्य में भी यदि युद्ध हुआ तो वे (Kim Jong Un)पूरी ताकत से मुकाबला करेंगे। किम ने अपने सैनिकों से कहा कि वे उत्तर कोरिया को एक समृद्ध राष्ट्र और अजेय सेना बनाने की दिशा में आगे बढ़ें।

दक्षिण कोरिया के साथ बातचीत का प्रस्ताव ठुकराया

किम जोंग उन की बहन किम यो जोंग ने दक्षिण कोरिया के नए राष्ट्रपति के उस प्रस्ताव को खारिज कर दिया जिसमें कूटनीतिक बातचीत की पेशकश की गई थी। यह प्रस्ताव अमेरिका के समर्थन से दिया गया था, जिसे खारिज कर उत्तर कोरिया ने अमेरिका की रणनीति को सीधी चुनौती दी है।

नागासाकी परमाणु संस्थान की रिपोर्ट के अनुसार उत्तर कोरिया के पास करीब 50 परमाणु हथियार हैं। इसके अलावा, देश के पास ह्वासोंग-18 जैसी अंतरमहाद्वीपीय मिसाइलें हैं जिनकी रेंज 15,000 किलोमीटर तक है — यानी अमेरिका सीधे निशाने पर है। उत्तर कोरिया हर साल औसतन 80 से 90 मिसाइलों का परीक्षण करता है।

आधुनिक हथियारों से लैस सेना

उत्तर कोरिया के पास सिर्फ परमाणु हथियार ही नहीं, बल्कि MG टैंक, ड्रोन, और आधुनिक आर्टिलरी मशीनें भी हैं। ये युद्धक क्षमताएं उसे और अधिक खतरनाक बनाती हैं। उत्तर कोरिया की यह बढ़ती ताकत सिर्फ अमेरिका ही नहीं, बल्कि दक्षिण कोरिया और जापान के लिए भी गंभीर चिंता का विषय है। उसकी सैन्य शक्ति क्षेत्रीय स्थिरता को चुनौती दे रही है और अमेरिका को अब अपनी नीतियों पर पुनर्विचार करने की आवश्यकता है।

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