Sheshavatar Kallaji: निंबाहेड़ा की आदर्श कॉलोनी स्थित श्री कल्याण चौक पर नगर परिषद द्वारा स्थापित ठाकुर श्री शेषावतार कल्लाजी महाराज एवं वीरवर जयमल जी राठौड़ की विशाल चतुर्भुज स्वरूप प्रतिमा का अनावरण सोमवार को पूर्व स्वायत्त शासन मंत्री एवं विधायक श्रीचंद कृपलानी के करकमलों से संपन्न हुआ।
इस भव्य अनावरण समारोह की अध्यक्षता जिला प्रमुख गब्बर सिंह अहीर ने की, जबकि पूर्व विधायक अशोक नवलखा विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। साथ ही (Sheshavatar Kallaji)भाजपा नगर अध्यक्ष कपिल चौधरी और पूर्व अध्यक्ष नितिन चतुर्वेदी भी मंचासीन रहे।
वेदिक अनुष्ठान और पूजा अर्चना से हुई शुरुआत
समारोह का शुभारंभ श्री कल्लाजी वेदपीठ के बटुकों द्वारा विधि-विधान से पूजन और हवन के साथ हुआ। विधायक कृपलानी एवं अन्य अतिथियों ने हवन में पूर्णाहुति दी।
पूजन के पश्चात अतिथियों ने श्री कल्लाजी महाराज एवं जयमल जी राठौड़ की चतुर्भुज स्वरूप प्रतिमा और लोकार्पण पट्टिका का अनावरण किया।
मेवाड़ी परंपरा के अनुसार हुआ स्वागत
अतिथियों का स्वागत मेवाड़ी पाग और उपरना धारण करवा कर किया गया। नगर परिषद प्रशासक एवं एसडीएम विकास पंचौली, आयुक्त कौशल कुमार खटूमरा और अन्य गणमान्य जन भी उपस्थित रहे।
श्री वैदिक विश्वविद्यालय के चेयरमैन कैलाश मूंदड़ा ने ठाकुर श्री कल्लाजी और जयमल जी राठौड़ के इतिहास एवं चतुर्भुज स्वरूप की महिमा को विस्तार से बताया। समारोह का संचालन शिक्षाविद गोपाल मूंदड़ा ने किया।
विधायक कृपलानी का उद्बोधन
विधायक कृपलानी ने कहा कि ठाकुर कल्लाजी को भगवान शेषनाग का अवतार माना जाता है। उनका चार भुजाओं वाला स्वरूप दैवीयता और शक्ति का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि जयमल जी राठौड़ मेवाड़ के बलिदान का प्रतीक हैं, जिन्होंने चित्तौड़गढ़ की रक्षा हेतु अकबर की विशाल सेना का सामना किया था।
उन्होंने यह भी कहा कि ये प्रतिमाएं केवल मूर्तियां नहीं हैं, बल्कि भारत की संस्कृति, भक्ति और बलिदान का जीवंत प्रतीक हैं।
प्रशासन और संगठन की सक्रिय उपस्थिति
इस अवसर पर अनेक प्रशासनिक और सामाजिक प्रतिनिधि उपस्थित रहे, जिनमें प्रमुख रूप से:
- विकास अधिकारी लक्ष्मण लाल खटीक
- थानाधिकारी रामसुमेर मीणा
- सीडीपीओ दिलीप सिंह
- तहसीलदार घनश्याम जरवार
- श्री कल्लाजी वेदपीठ के अध्यक्ष लालचंद केवलानी और अन्य पदाधिकारी
- भाजपा के अनेक मंडल, बूथ और नगर स्तरीय प्रतिनिधि
जनसमूह की भारी उपस्थिति
इस भव्य समारोह में वीरांगना वाहिनी, विरवाहिनी के बच्चे, भक्तगण और नगरवासी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। वातावरण धार्मिक ऊर्जा और उत्साह से सराबोर रहा।