Bihar Crime News: बिहार पुलिस का निलंबित सिपाही सरोज कुमार सिंह जो समस्तीपुर जिले का रहने वाला है, वर्दी पहनने के बावजूद अपराध की घटनाओं में सक्रिय था। सीनियर अधिकारियों की नजर पड़ते ही जांच के बाद उसे फरवरी 2025 में सस्पेंड कर दिया गया। इसके बाद वह पूरी तरह से अपराधी बन गया और कुख्यात अपराधियों की तरह काम करने लगा।
एसटीएफ और समस्तीपुर पुलिस की संयुक्त कार्रवाई
समस्तीपुर पुलिस और एसटीएफ ने मिलकर मोहिउद्दीननगर थाना क्षेत्र के सुल्तानपुर गांव में सरोज सिंह के आवास पर छापेमारी की। पुलिस ने उसके मकान से एके-47, इंसास, कार्बाइन, राइफल समेत भारी मात्रा में कारतूस और खोखे बरामद किए। पटना में भी उसके अन्य ठिकानों की जांच की गई।
छापेमारी सुबह 3 बजे शुरू हुई और करीब छह घंटे चली। पुलिस की कार्रवाई से घबराकर सरोज सिंह और उसके गुर्गों ने पुलिस पर गोलीबारी शुरू कर दी, लेकिन अंततः वह गिरफ्तार हो गया। सूत्रों के अनुसार सरोज सिंह प्रिंस मुखिया और नवीन सिंह की हत्या की साजिश रच रहा था, जिसकी सूचना तकनीकी निगरानी के जरिए पुलिस को मिली।
सरोज कुमार सिंह का आपराधिक इतिहास
सरोज कुमार सिंह वर्ष 2008 में बिहार पुलिस में भर्ती हुआ था और जहानाबाद जिले के यातायात थाने में तैनात था। वहां उसके खिलाफ गंभीर आरोप लगे और वह अपराधिक गतिविधियों में लिप्त पाया गया। फरवरी 2025 में उसे सस्पेंड कर दिया गया। उसके खिलाफ मोहिउद्दीननगर थाना क्षेत्र में आधा दर्जन से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं।