ED की रिपोर्ट और दिल्ली पुलिस की कार्रवाई
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने नेशनल हेराल्ड केस की जांच पूरी कर अपनी रिपोर्ट दिल्ली पुलिस को सौंप दी। दिल्ली पुलिस ने ED की रिपोर्ट के आधार पर 3 अक्टूबर को FIR दर्ज की। FIR में आरोप है कि कांग्रेस की स्वामित्व वाली संस्था AJL का आनेमाने तरीके से अधिग्रहण किया गया, जिसकी कुल संपत्ति लगभग ₹2,000 करोड़ आंकी गई है। आरोप है कि Young Indian के माध्यम से यह अधिग्रहण संपन्न हुआ और गांधी परिवार की हिस्सेदारी तकरीबन 76% बताई जा रही है।
कौन-कौन नामजद हैं?
दिल्ली पुलिस की FIR में सोनिया व राहुल के अलावा सैम पित्रोदा समेत तीन अन्य व्यक्तियों का भी नाम दर्ज किया गया है। साथ ही AJL, Young Indian व Dotex Merchandize के नाम भी FIR में शामिल हैं। पुलिस जल्द ही AJL के शेयरधारकों और अन्य संदिग्धों से पूछताछ कर सकती है।
क्या आरोप हैं?
FIR में आरोप है कि 2008–2014 के बीच मनी लॉन्ड्रिंग की गई। आरोप है कि Young Indian को सिर्फ ₹1 करोड़ देकर और AJL के अधिग्रहण के लिए ₹50 लाख की राशि का लेन-देन करके संपत्ति का नियंत्रण हासिल किया गया, जबकि AJL की कुल संपत्ति करोड़ों में बताई गई थी। पुलिस इस फंड फ्लो और कागजी प्रक्रियाओं की पड़ताल कर रही है।
कठोर राजनीति और कानूनी जंग
यह मामला 2014 में बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी की शिकायत के बाद पटियाला हाउस कोर्ट द्वारा संज्ञान में लिये जाने के बाद सुर्खियों में आया था। 9 अप्रैल को गांधी परिवार के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मुकदमा दर्ज किया गया था। कांग्रेस पार्टी ने इन सभी आरोपों को खारिज करते हुए ED और पुलिस की कार्रवाई को राजनीतिक रंग देने का आरोप लगाया है।
आगे क्या होगा?
दिल्ली पुलिस की प्रारम्भिक जांच और ED की रिपोर्ट के आधार पर अब आगे की पूछताछ और साक्ष्य-अन्वेषण की प्रक्रिया तय होगी। AJL के शेयरधारकों को समन जारी करने, बैंक-लेनदेन के रिकॉर्ड खंगालने और मनी-फ्लो का परीक्षण करने जैसी कार्रवाई संभावित है। मामला न्यायिक और राजनीतिक दोनों स्तरों पर लंबी लड़ाई बन सकता है।


































































