मानसून बना कहर का कारण, मिजोरम में भूस्खलन, असम में बाढ़, पांच की मौत से हड़कंप

Monsoon Havoc

Monsoon Havoc: देश में मानसून ने समय से पहले दस्तक दी है और पूर्वोत्तर राज्यों में इसका असर भयावह रूप ले चुका है। मिजोरम, असम, त्रिपुरा, सिक्किम और मेघालय जैसे राज्यों में भारी बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। दक्षिण मिजोरम के लॉन्ग्टलाई शहर में शुक्रवार रात भारी बारिश के कारण भूस्खलन हुआ, जिससे पांच घर और एक होटल पूरी तरह ढह गए। (Monsoon Havoc)यह हादसा बाजार वेंग और चांदमारी इलाकों के बीच हुआ। स्थानीय अधिकारियों के अनुसार मलबे में म्यांमार के कई नागरिक फंसे हो सकते हैं।

राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SRDF), भारतीय रिजर्व बटालियन और यंग लाई एसोसिएशन (YLA) के स्वयंसेवकों द्वारा संयुक्त रूप से राहत और बचाव कार्य किया जा रहा है।

असम में भूस्खलन से 5 की मौत, हालात गंभीर

असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (ASDMA) के अनुसार कामरूप (मेट्रो) जिले में भूस्खलन से पांच लोगों की मौत हुई है, जिनमें बच्चे भी शामिल हैं। 3 जिलों और 5 राजस्व मंडलों में 10,150 लोग प्रभावित हुए हैं। गुवाहाटी समेत कई इलाकों में जलभराव की गंभीर स्थिति बनी हुई है।

सिक्किम में तीस्ता नदी उफान पर है और कई इलाकों में जलभराव हो गया है। त्रिपुरा में रुक-रुक कर हुई बारिश ने सामान्य जनजीवन को प्रभावित किया है। खराब मौसम के कारण गुरुवार को तीन जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया था और दो उड़ानों को रद्द करना पड़ा था।

भविष्य में और बारिश का अलर्ट

मौसम विभाग ने पूर्वोत्तर भारत में अगले एक सप्ताह तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। 1 जून तक उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में भारी बारिश की संभावना जताई गई है। इसके अलावा असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में भी अत्यधिक वर्षा का अनुमान है। दक्षिण भारत में 30 मई से 1 जून तक केरल, माहे और कर्नाटक में भी हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। भारी बारिश और भूस्खलन के चलते कई राज्यों में जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। स्थानीय प्रशासन ने अलर्ट मोड पर काम शुरू कर दिया है और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।

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