Kathua cloudburst: जम्मू-कश्मीर में प्राकृतिक आपदाओं का सिलसिला थम नहीं रहा है। किश्तवाड़ के बाद अब कठुआ जिले में भी रविवार को बादल फटने की घटना सामने आई है। (Kathua cloudburst)इस आपदा के कारण कठुआ के जोड़ इलाके में भारी भूस्खलन हुआ है जिससे कई घर मलबे की चपेट में आ गए हैं।
नेशनल हाईवे भी प्रभावित
बादल फटने के कारण आए मलबे ने जम्मू-पठानकोट नेशनल हाईवे के एक हिस्से को भी अपनी चपेट में ले लिया है जिससे हाईवे की एक लेन को फिलहाल बंद कर दिया गया है। अभी तक इस घटना में किसी तरह की जनहानि की खबर नहीं है लेकिन नुकसान का पूरा आकलन करना अभी बाकी है। राहत और बचाव दल मौके पर पहुंच गए हैं और स्थिति पर नजर रखे हुए हैं।
किश्तवाड़ त्रासदी: मृतकों की संख्या 65 हुई
इस बीच किश्तवाड़ में पिछले दिनों हुए बादल फटने की घटना में मृतकों की संख्या बढ़कर 65 हो गई है। जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने शनिवार को प्रभावित इलाकों का दौरा किया था और पीड़ित परिवारों से मुलाकात की थी। उन्होंने बताया था कि 100 से ज़्यादा लोग घायल हुए हैं जबकि 82 अन्य अभी भी लापता हैं।
मुख्यमंत्री ने किया मुआवजे का ऐलान
मुख्यमंत्री ने इस आपदा में जान गंवाने वालों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। गंभीर रूप से घायलों को एक लाख रुपये और मामूली रूप से घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे। इसके साथ ही घरों को हुए नुकसान के लिए भी मुआवजा देने का ऐलान किया गया है।