Jyoti Malhotra: हरियाणा की 33 वर्षीय यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा के खिलाफ जासूसी के संगीन आरोपों में जांच तेज़ हो गई है। हिसार पुलिस ने उनके इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से 12 टेराबाइट डेटा बरामद किया है, जिसमें पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI से (Jyoti Malhotra)जुड़े चार एजेंटों से बातचीत के सबूत शामिल हैं।
चार पाकिस्तानी एजेंटों से सीधा संपर्क
जांच में सामने आया है कि ज्योति की बातचीत एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश, अली हसन, शाकिर और राणा शहबाज नामक चार पाकिस्तानी एजेंटों से हुई थी। दानिश से उनकी मुलाकात दिल्ली स्थित पाकिस्तान हाई कमीशन में हुई थी। ज्योति द्वारा इस्तेमाल किए गए व्हाट्सएप, स्नैपचैट और टेलीग्राम जैसे एन्क्रिप्टेड प्लेटफॉर्म्स से बातचीत के सबूत मिले हैं। उन्होंने कोडवर्ड्स में संदेश भेजे ताकि भारतीय एजेंसियां उनकी गतिविधियों को ट्रैक न कर सकें।
बरामद डेटा से मिले कई डिलीटेड मैसेज
पुलिस ने तीन मोबाइल फोन, एक लैपटॉप और अन्य डिवाइसेज़ जब्त की हैं। इनमें से डिलीट किए गए संदेश और फाइलें भी रिकवर की गई हैं, जिनसे पता चलता है कि ज्योति को ISI लिंक की जानकारी थी फिर भी उन्होंने संपर्क बनाए रखा। ज्योति के खिलाफ Official Secrets Act और भारतीय न्याय संहिता (BNS) की गंभीर धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है। पुलिस का कहना है कि डेटा के विश्लेषण के बाद और धाराएं जोड़ी जा सकती हैं।
विदेश यात्रा और फंडिंग पर भी संदेह
ज्योति के विदेशी दौरों और लग्जरी खर्चों पर भी संदेह जताया जा रहा है। उन्होंने हाल ही में पाकिस्तान और चीन की यात्रा की थी। पुलिस अब उनकी फंडिंग और पैसों के स्रोत की जांच केंद्रीय एजेंसियों के साथ मिलकर करेगी।
एक वीडियो में ज्योति को 6 हथियारबंद गार्ड्स के साथ लाहौर के अनारकली बाजार में घूमते देखा गया, जिसे स्कॉटलैंड के यूट्यूबर कैलम मिल ने रिकॉर्ड किया था। गार्ड्स की जैकेट पर “No Fear” लिखा था और वे सादे कपड़ों में थे।
सबसे बड़ा सवाल – VIP सुरक्षा किसने दी?
हरियाणा पुलिस अब इस बात की जांच कर रही है कि ज्योति को पाकिस्तान में VIP सुरक्षा किसने प्रदान की। चूंकि गार्ड्स यूनिफॉर्म में नहीं थे, आशंका है कि वे सुरक्षा एजेंसियों के सादे कपड़ों वाले अधिकारी हो सकते हैं।
ज्योति को 15 मई को गिरफ्तार किया गया था। उनके यूट्यूब चैनल पर 4 लाख से अधिक सब्सक्राइबर्स हैं और वह खुद को एक ट्रैवल व्लॉगर बताती हैं।