Jaipur Leopard: राजधानी जयपुर के पॉश इलाके सिविल लाइंस में गुरुवार सुबह लेपर्ड दिखाई देने की सूचना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया। बताया जा रहा है कि जल संसाधन मंत्री (Jaipur Leopard)सुरेश सिंह रावत के बंगले के नजदीक ही यह दृश्य देखा गया, जिसके बाद तुरंत वन विभाग की टीम घटनास्थल पर पहुँची और सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया।
वन विभाग का रेस्क्यू व ट्रेंकुलाइजेशन ऑपरेशन
वन विभाग की रेस्क्यू टीम लेपर्ड को सुरक्षित रूप से पकड़ने और ट्रेंकुलाइज करने के प्रयास कर रही है। टीम ने इलाके की घेराबंदी कर दी है और स्थानीय प्रशासन व पुलिस के साथ मिलकर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रहने का निर्देश दिया है। टीम फिलहाल फोटो/वीडियो साक्ष्य और आसपास के सीसीटीवी फुटेज की मदद से लेपर्ड के मूवमेंट का पता लगा रही है।
किस इलाके में खतरा अधिक?
सिविल लाइंस एक पॉश व संवेदनशील इलाका है — यहां राजभवन, मुख्यमंत्री आवास और कई मंत्री तथा वरिष्ठ अधिकारियों के सरकारी आवास हैं। इस वजह से स्थानीय प्रशासन ने सुरक्षा बढ़ा दी है और आसपास के क्षेत्रों में लोगों से सतर्क रहने का आग्रह किया गया है।
पहले भी आए हैं शहरी हिस्सों में लेपर्ड
हाल के महीनों में जयपुर के शहरी और आबादी वाले इलाकों में लेपर्ड दिखाई देने की घटनाएँ बढ़ी हैं। दुर्गापुरा, गोपालपुरा, जगतपुरा, खो-नागोरियान और विद्याधर नगर सहित कई इलाकों में पिछले कुछ महीनों में ऐसे मुआमले दर्ज हुए हैं, जिनसे स्थानीय लोग भयभीत हैं। वन विभाग इन घटनाओं को मानव-वन्यजीव संघर्ष का संकेत मान रहा है और चेतावनी तथा सावधानी बरतने के निर्देश जारी कर रहा है।
- खुले में न जाएँ और बच्चों तथा पालतू जानवरों को घर के अंदर रखें।
- लेपर्ड देखने पर मोबाइल/फोटो खींचने की बजाय स्थानीय प्रशासन (वन विभाग/पुलिस) को तुरंत सूचित करें।
- यदि आपके आस-पास कोई संदिग्ध आवाज या निशान दिखे तो वन विभाग को बताएं।




































































