Heavy Rainfall: साल 2025 के मानसून ने जमकर बारिश के साथ दस्तक दी है। आज, 1 अगस्त 2025 को चंडीगढ़, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और अन्य राज्यों में तेज बारिश हुई। हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले के मलाणा में भारी बारिश ने भारी तबाही मचाई है। ( Heavy Rainfall)मलाणा नदी का पानी उफान पर है, जिसके कारण पुल बह गया। इसके अलावा, एक गाड़ी, JCB और ट्रक भी नदी में बह गए। मलाणा जलविद्युत परियोजना को भी भारी नुकसान हुआ है।
IMD का भविष्यवाणी: अगले 7 दिन में भारी बारिश की संभावना
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अगले 7 दिन तक पूर्वोत्तर और पूर्वी भारत में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी है। 2 और 3 अगस्त को उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, और मेघालय में भारी बारिश हो सकती है। 3 अगस्त को अरुणाचल प्रदेश और बिहार में भी अत्यधिक बारिश के आसार हैं। तमिलनाडु और केरल में भी अगले 6-7 दिन में भारी बारिश होने की संभावना है। दिल्ली में 7 अगस्त तक मौसम खराब रहने का अनुमान है, जहां गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है।
पूर्वोत्तर और पूर्वी भारत में बारिश का अलर्ट
IMD के अनुसार, एक पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव है, जिसके प्रभाव से पूर्वोत्तर भारत के राज्य मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में 7 अगस्त तक बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। इसके अलावा, पूर्वी और मध्य भारत में उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, और मध्य प्रदेश में भी अगले 5 दिनों में हल्की से मध्यम बारिश होने और बिजली गिरने की संभावना है।
उत्तर-पश्चिम और दक्षिण भारत में मानसून की स्थिति
उत्तर-पश्चिम भारत में, 4-6 अगस्त के बीच जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश हो सकती है, जबकि हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, उत्तराखंड, और पंजाब में भी भारी बारिश की संभावना है। पूर्वी राजस्थान और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 3-7 अगस्त के दौरान हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
दक्षिण भारत में, तमिलनाडु, केरल और माहे में भारी बारिश के आसार हैं। 5 से 7 अगस्त के दौरान तटीय और दक्षिण कर्नाटक, तटीय आंध्र प्रदेश और रायलसीमा में भी भारी बारिश हो सकती है। इसके अलावा, दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत में अगले 5 दिन तक 40-50 किमी प्रति घंटे की गति से हवाएं चल सकती हैं।
नदी उफान पर, जनजीवन पर असर
हिमाचल प्रदेश में बारिश के कारण कई नदियाँ उफान पर हैं, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ सकता है। खासकर मलाणा जैसी जगहों पर, जहां नदी के पानी ने तबाही मचाई है। IMD का कहना है कि इन क्षेत्रों में सतर्क रहने की आवश्यकता है और लोगों को ऊंचे स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है।