Religious Controversy: राजस्थान के आईजी किशन सहाय मीणा ने एक बार फिर विवादित बयान देकर सबको चौंका दिया है। सोमवार को एक कार्यक्रम के दौरान मीणा ने धर्म और (Religious Controversy)धार्मिक विश्वासों को लेकर अपनी राय रखते हुए कहा, “ईश्वर, अल्लाह, गॉड जैसी कोई ताकत नहीं होती, यह सिर्फ हमारा भ्रम है।” उनके इस बयान ने धार्मिक और सामाजिक क्षेत्रों में हलचल मचा दी है।
धार्मिक विश्वासों पर तगड़ी आलोचना
आईजी मीणा ने अपने बयान में कहा कि धार्मिक विश्वास अंधविश्वास की जड़ है, और समाज को वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाने की आवश्यकता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि समाज में समस्याएं ज्यादा उसी परिवार में होती हैं, जो अत्यधिक धार्मिक होते हैं। इसके अलावा, उन्होंने जाति आधारित पहचान से बचने का भी सुझाव दिया ताकि समाज में असमानता की भावना को बढ़ावा न मिले।
मीणा का अंधविश्वास के खिलाफ अभियान:
किशन सहाय मीणा ने भूत-प्रेत, टोने-टोटके और भोपा-भोपी जैसी प्रथाओं की भी आलोचना की। उन्होंने इन्हें चतुर लोगों द्वारा फैलाया गया अंधविश्वास बताया, जो समाज में गलत मान्यताओं को जन्म देते हैं। मीणा का मानना है कि अगर हम इन झूठी मान्यताओं से मुक्त हो जाएं, तो समाज में सच्चाई और विज्ञान का विस्तार होगा।
किशन सहाय मीणा का करियर और विवादों का इतिहास
आईजी किशन सहाय मीणा के करियर में कई विवादों का सामना करना पड़ा है, जिसमें झारखंड चुनाव ड्यूटी के दौरान बिना सूचना राजस्थान लौटने के कारण उनका निलंबन भी शामिल है। लेकिन इसके बावजूद वे अपनी कड़ी टिप्पणियों और कार्यों के लिए चर्चा में रहते हैं। 2013 में आईपीएस बने मीणा ने टोंक, अजमेर और सीआईडी सीबी जैसे महत्वपूर्ण पदों पर काम किया है और वर्तमान में मानवाधिकार विभाग में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
सोशल मीडिया पर बवाल:
अब सवाल यह उठता है कि क्या आईजी मीणा का यह बयान उनके करियर को और विवादों में घसीटेगा या वे समाज में एक नई सोच का आगाज करेंगे? मीणा के इस बयान के बाद उनके समर्थक और विरोधी दोनों ही अपनी-अपनी राय रख रहे हैं। देखते हैं कि भविष्य में इस पर और क्या प्रतिक्रियाएं सामने आती हैं।