हमास ने घोषणा की है कि गाजा पीस प्लान के कुछ प्रस्ताव — विशेषकर यह कि वे गाजा को छोड़कर चले जाएँ — स्वीकार्य नहीं हैं। संगठन ने कहा है कि गाजा को छोड़कर जाना और हथियार डालना उनकी शर्तों में से नहीं है, इसलिए वे शिखर सम्मेलन और आगे की शांति वार्ता से दूरी बनाए रखेंगे।

पहला चरण लागू हुआ — फिर भी तनाव बरकरार

सूत्रों के अनुसार, योजना के पहले चरण पर सहमति जताए जाने के बाद कुछ कदम उठाए गए — इज़राइली बलों की कुछ इकाइयाँ पीछे हटीं और बंधकों की रिहाई की गई; गाजा में मानवीय सहायता पहुंची और हजारों फिलिस्तीनियों ने अपने परिवारों से मिलने के लिए सीमा पार की। इसके बावजूद हमास ने आगे की शर्तें अस्वीकार कर दीं।

शिखर सम्मेलन: कहाँ और कौन शामिल होगा?

मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता करेंगे, जो शार्म अल-शेख के रेड सी रिसॉर्ट में आयोजित होगा। शिखर सम्मेलन में 20 से ज्यादा देशों के राष्ट्राध्यक्ष और प्रतिनिधि शामिल होने की उम्मीद है। इनमें ब्रिटेन के प्रधानमंत्री समेत कई वैश्विक नेता भी भाग ले रहे हैं, लेकिन इज़रायल और हमास की अनुपस्थिति तनाव पैदा कर सकती है।

क्या यह ट्रंप के शांति प्रयासों को कमजोर करेगा?

हमास का इनकार राष्ट्रपति ट्रंप के गाजा में स्थायी शांति और व्यापक युद्धविराम की मुहिम के लिए चुनौती बन सकता है। जबकि कुछ कदम उठाये गए और पहले चरण का असर दिखा, हमास की असहमति से आगे की कार्रवाई और राजनीतिक समझौते जटिल हो सकते हैं।