Ashok Gehlot: पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उदयपुर स्थित डबोक हवाई अड्डे पर मीडिया से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी, (Ashok Gehlot) कांग्रेस पार्टी में शामिल किए गए नेताओं और कन्हैयालाल साहू हत्याकांड के मामले में न्याय में देरी पर प्रतिक्रिया दी।
सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी पर गहलोत की प्रतिक्रिया
गहलोत ने कहा, “जो एक्टिविस्ट लंबे अरसे से अपनी बात और वहां की मांगों को उठा रहे हैं और जो मोदीजी के बहुत बड़े समर्थक भी रहे हैं, अब अचानक क्या हुआ कि इनको मुकदमे दायर कर जेल में डाला जाएगा। ये कौनसे इतने बड़े टेररिस्ट हैं कि इनको जोधपुर जेल भेजना पड़ा। लद्दाख से सीधा जोधपुर शिफ्ट करने की क्या नौबत आ गई?”
गृह मंत्रालय को मामले की जानकारी होनी चाहिए: गहलोत
गहलोत ने कहा, “पहले मणिपुर में और अब अन्य जगह, जो हिंसा का माहौल बन रहा है, वो ठीक नहीं है। गृह मंत्रालय को तो सब मालूम रहना चाहिए कि क्या-क्या कारण हैं। समय रहते हुए बातचीत की जाए तो कई समस्याओं का समाधान हो जाता है।” गहलोत ने मणिपुर हिंसा का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के बाद भी वहां हिंसा जारी रही।
मेवाराम जैन की वापसी पर भी गहलोत की प्रतिक्रिया
गहलोत ने कहा, “जेल के अंदर कोई व्यवस्था ही नहीं है। वहां मोबाइल फोन मिलते हैं और जेलों के भीतर से गैंगस्टर ऑपरेट करने लग गए हैं।” उन्होंने मेवाराम जैन की वापसी पर भी प्रतिक्रिया दी। गहलोत ने कहा, “प्रोसेस प्रदेश कांग्रेस कमेटी में कमेटी बनी हुई है, अनुशासन समिति उसकी सिफारिश की है। इसके बाद फिर सबकी राय ली गई है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने सोच-समझकर ही फैसला किया होगा।”