Delhi Assembly Election:दिल्ली विधानसभा चुनाव का मतदान 5 फरवरी को संपन्न हो चुका है। मतदाताओं ने अपने फैसले को ईवीएम में दर्ज कर दिया है। वहीं, वोटिंग के बाद और एग्जिट पोल आने से पहले राजस्थान के चर्चित फलोदी सट्टा बाजार के आंकड़े सामने आ चुके हैं, जो चौंकाने वाले हैं। ( Delhi Assembly Election:)वर्षों से चुनावी पूर्वानुमान देने वाला यह बाजार दिल्ली विधानसभा चुनाव के 70 सीटों को लेकर अहम आंकड़े पेश कर रहा है।
मतदान प्रतिशत में बढ़ोतरी, मुस्लिम बहुल इलाकों में रिकॉर्ड वोटिंग
चुनाव आयोग के अनुसार, दिल्ली विधानसभा चुनाव में शाम 5 बजे तक 57.7% मतदान दर्ज किया गया है। यह 2020 के चुनाव की तुलना में 2-3% अधिक है। खास बात यह रही कि मुस्लिम बहुल इलाकों में जबरदस्त वोटिंग देखने को मिली।
फलोदी सट्टा बाजार का अनुमान: AAP की सीटें घटेंगी, पर केजरीवाल की सरकार बनेगी
फलोदी सट्टा बाजार के अनुसार, दिल्ली में इस बार आम आदमी पार्टी (AAP) की सीटें 2020 के मुकाबले कम हो सकती हैं, लेकिन सरकार केजरीवाल की ही बनने वाली है। अनुमान के अनुसार:
AAP: 38-40 सीटें
BJP: 30-32 सीटें
Congress: 0-1 सीट
दिल्ली में सरकार बनाने के लिए 36 सीटों की जरूरत होती है।
पहले अनुमान के मुताबिक, बीजेपी को 31-33 सीटें मिलने की संभावना जताई गई थी, लेकिन अब इसमें हल्का बदलाव हुआ है। हालांकि, यह अनुमान कितना सटीक होगा, इसका खुलासा 8 फरवरी को मतगणना के बाद होगा।
दिल्ली में त्रिकोणीय मुकाबला, AIMIM भी बना सकता है खेल
दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस तीनों ही बड़ी पार्टियां जीत का दावा कर रही हैं। त्रिकोणीय मुकाबले के चलते सभी दलों ने पूरी ताकत झोंकी।
इस बीच, AIMIM पार्टी ने भी अपने उम्मीदवार उतारे हैं, जिसका प्रभाव तीनों पार्टियों के कोर वोटरों पर पड़ सकता है।
अब सभी की निगाहें 8 फरवरी को घोषित होने वाले चुनाव परिणामों पर टिकी हैं, जो दिल्ली की राजनीति की तस्वीर साफ कर देंगे।