NCRB report 2023: राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) द्वारा जारी नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, भारत में वर्ष 2023 में अपराध की प्रवृत्तियों में महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिले हैं।(NCRB report 2023) हत्या के मामलों में गिरावट के साथ-साथ अनुसूचित जनजातियों के खिलाफ अपराध और साइबर अपराधों में वृद्धि दर्ज की गई है।
साइबर अपराधों में 31.2% की वृद्धि
रिपोर्ट के अनुसार, साइबर अपराधों में पिछले वर्ष की तुलना में 31.2 प्रतिशत की भारी वृद्धि हुई है। वर्ष 2023 में साइबर अपराधों के कुल 86,420 मामले दर्ज किए गए, जबकि 2022 में यह संख्या 65,893 थी।
हत्या के मामले घटकर 27,721 हुए
NCRB ने बताया कि 2022 में भारत में हत्या के 28,522 मामले दर्ज हुए थे, जो 2023 में घटकर 27,721 रह गए, यानी 2.8 प्रतिशत की गिरावट हुई। सबसे अधिक हत्याएं ‘विवाद’ (9,209 मामले) के कारण हुईं, इसके बाद ‘व्यक्तिगत प्रतिशोध या दुश्मनी’ (3,458 मामले) और ‘लाभ’ के लिए 1,890 मामले दर्ज हुए।
अनुसूचित जनजातियों के खिलाफ अपराधों में 28.8% की वृद्धि
अनुसूचित जनजातियों के खिलाफ अपराधों में भी बढ़ोतरी हुई है। यह संख्या 2022 में 10,064 से बढ़कर 2023 में 12,960 हो गई, जो 28.8 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाती है। इसी श्रेणी में अपराध दर भी 9.6 से बढ़कर 12.4 हो गई।
महानगरों की अपराध दर और अन्य अपराधों का विश्लेषण
रिपोर्ट में बताया गया है कि महानगरों की अपराध दर 2011 की जनगणना के आधार पर गणना की गई है। साधारण चोट से संबंधित मामले कुल अपराधों का 21.3 प्रतिशत हैं। दंगों के 1,707 मामले दर्ज हुए, जो कुल प्राथमिकियों का 13.2 प्रतिशत हैं, जबकि बलात्कार के 1,189 मामले कुल संख्या का 9.2 प्रतिशत हैं।
महिलाओं के खिलाफ अपराधों में मामूली वृद्धि
महिलाओं के खिलाफ अपराधों में भी 0.4 प्रतिशत की मामूली बढ़ोतरी देखी गई है, जो 2022 में 4.45 लाख मामलों से बढ़कर 2023 में 4,48,211 मामले हो गए हैं।
साइबर अपराध की दर में वृद्धि
साइबर अपराध की दर 4.8 प्रतिशत से बढ़कर 6.2 प्रतिशत हो गई है, जो बढ़ते डिजिटल उपयोग और ऑनलाइन धोखाधड़ी की बढ़ती घटनाओं को दर्शाता है।