देवली खुर्द निवासी नट समाज की कमला बाई पत्नी जगदीश और पिंकी ने विद्युत विभाग के कनिष्ठ अभियंता संतोष कुमार पुत्र चुन्नी लाल पर अवैध वसूली का आरोप लगाया। कमला बाई ने मंत्री दिलावर को बताया कि अभियंता उनके घर आया और कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना में उनका नाम आया है, इसके बदले उसने दो हजार रुपये की मांग की। महिला ने जब पैसे देने से इनकार किया तो अभियंता ने खुद को ग्राम सचिव से ऊंचा अधिकारी बताते हुए कहा कि “आंटी जी, मैं ज्यादा नहीं ले रहा, केवल 2 हजार ही मांग रहा हूं।”
महिलाओं ने किया विरोध
मौके पर मौजूद कनिष्ठ अभियंता संतोष कुमार ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि वह महिलाओं से कभी नहीं मिला। हालांकि, उपस्थित अन्य महिलाओं ने अभियंता पर झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए कमला बाई का समर्थन किया।
कमला बाई ने अपने बच्चों की सौगंध खाते हुए अपने आरोप दोहराए और एफआईआर दर्ज करने की मांग की। उन्होंने अपना राशन कार्ड दिखाकर उस पर अभियंता द्वारा की गई एंट्री भी दिखाई।
मामले की गंभीरता देखते हुए मंत्री मदन दिलावर ने बिजली विभाग का रजिस्टर मंगाकर हैंडराइटिंग का मिलान करवाया और रामगंजमंडी थाना अधिकारी मनोज सिकरवार को मौके पर बुलाकर एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए।
ग्रामीण सेवा शिविर में मंत्री दिलावर ने देवली खुर्द गांव के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में इंटरलॉकिंग कार्य के लिए अपने विधायक कोष से 10 लाख रुपये की स्वीकृति दी।इसके अलावा, उन्होंने कोटा जिले की रामगंजमंडी तहसील के बिशन्याखेड़ी गांव में माताजी मंदिर से सरकारी स्कूल तक सड़क पर इंटरलॉकिंग निर्माण के लिए 6 लाख रुपये अपने विधायक कोष से स्वीकृत किए। शिविर में बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने भाग लिया और मंत्री दिलावर के निर्णयों की सराहना की। ग्रामीणों ने कहा कि इस तरह के शिविरों से उनकी समस्याएं सीधे सरकार तक पहुंचती हैं और त्वरित समाधान संभव हो पाता है।


































































