असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा ने पाकिस्तानी महिला को वापस न भेजने का फैसला लिया, जानिए इसके पीछे क्या कारण है!

Himanta Biswa Sarma

Himanta Biswa Sarma: पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने देश में रह रहे सभी पाकिस्तानी नागरिकों को भारत छोड़ने का आदेश दिया था। अब इस आदेश की डेडलाइन भी पूरी हो चुकी है। हालांकि, देश में अब भी कुछ पाकिस्तानी नागरिकों के रहने की आशंका जताई जा रही है।(Himanta Biswa Sarma) असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने रविवार को बताया कि तिनसुकिया जिले के एक स्थानीय नागरिक से शादी करने के बाद एक पाकिस्तानी महिला असम में रह रही है। डिब्रूगढ़ में एक आधिकारिक समारोह के दौरान सीएम सरमा ने कहा कि राज्य सरकार ने केंद्र से विदेशी नागरिकों की स्थिति पर स्पष्टीकरण मांगा है।

पाकिस्तानी महिला ने दीर्घकालिक वीजा

सीएम सरमा ने बताया कि तिनसुकिया में रह रही पाकिस्तानी महिला ने दीर्घकालिक वीजा (Long Term Visa, LTV) के लिए आवेदन किया है। उन्होंने कहा, “हमने केंद्र सरकार से अनुरोध किया है कि यह स्पष्ट किया जाए कि उन्हें वापस पाकिस्तान भेजा जाए या नहीं।” मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि इस महिला के अलावा असम में कोई अन्य पाकिस्तानी नागरिक नहीं रह रहा है। हालांकि, महिला की विस्तृत जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई है।

पहलगाम हमले के बाद बड़ी संख्या में 

पहलगाम हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़े फैसले लेते हुए पाकिस्तानी नागरिकों को भारत छोड़ने का आदेश दिया। रविवार को 12 कैटेगरी में आने वाले अल्पकालिक वीजा (Short Term Visa) धारकों के लिए भारत छोड़ने की अंतिम तिथि थी।

वाघा बॉर्डर पर गाड़ियों की लंबी कतार

इस आदेश के चलते अटारी-वाघा बॉर्डर पर गाड़ियों की लंबी कतारें देखी गईं। केंद्र सरकार के वीजा निरस्तीकरण के आदेश के बाद 24 अप्रैल से 4 दिनों में 9 राजनयिकों और अधिकारियों सहित 537 पाकिस्तानी नागरिक भारत छोड़ चुके हैं। वहीं, इसी दौरान पंजाब स्थित बॉर्डर क्रॉसिंग से 14 राजनयिकों और अधिकारियों सहित कुल 850 भारतीय नागरिक पाकिस्तान से भारत लौट चुके हैं।

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