अंता में त्रिकोणीय मुकाबला: नरेश मीणा का चुनावी मैदान में उतरना, बीजेपी की मुश्किलें बढ़ीं!”

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Anta by-election

Anta by-election: निर्वाचन आयोग ने बारां जिले के अंता सीट पर उपचुनाव की घोषणा कर दी है, जिसमें 11 नवंबर को वोटिंग होगी। इस घोषणा के बाद राजस्थान में सियासत में एक बार फिर से हलचल बढ़ गई है। कांग्रेस ने अपनी तरफ से हाड़ौती के कद्दावर नेता प्रमोद जैन भाया को टिकट दे दिया है।(Anta by-election) वहीं, नरेश मीणा निर्दलीय मैदान में उतरेंगे, जिससे अब चुनाव त्रिकोणीय हो गया है।

बीजेपी में टिकट को लेकर मंथन

भा.ज.पा. में अब टिकट को लेकर मंथन शुरू हो गया है। स्थानीय कार्यकर्ता स्थानीय उम्मीदवार की मांग कर रहे हैं। इस मामले में आखिरी फैसला पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और उनके पुत्र सांसद दुष्यंत सिंह की सलाह पर लिया जाएगा, जिनका बारां और झालावाड़ जिले में प्रभाव है।

नरेश मीणा का पदयात्रा रूट तय

नरेश मीणा ने अपने चुनावी प्रचार के लिए पदयात्रा का रूट तय किया है। सूत्रों के अनुसार, वे सोरसन माता मंदिर से पदयात्रा शुरू करेंगे और प्रतिदिन लगभग 30 किलोमीटर यात्रा करेंगे, जो बड़ा बालाजी धाम पर समाप्त होगी।

प्रहलाद गुंजल के लिए चुनावी असमंजस

एक दिलचस्प मोड़ यह है कि नरेश मीणा ने लोकसभा चुनाव में कांग्रेस नेता प्रहलाद गुंजल का साथ दिया था, जिससे अब गुंजल के पार्टी स्तर पर दुविधा की स्थिति बन रही है। हालांकि, गुंजल ने मीडिया से कहा है कि चूंकि वे अब कांग्रेस पार्टी में हैं, उन्हें पार्टी के साथ ही खड़ा रहना होगा।

अंता सीट पर पिछले चुनावों का इतिहास

अंता सीट पर पिछले तीन विधानसभा चुनावों में भाजपा का दबदबा रहा है। 2023 विधानसभा चुनाव में भाजपा के कंवरलाल मीणा ने 5861 वोटों से कांग्रेस के प्रमोद जैन भाया को हराया। 2018 में प्रमोद जैन भाया ने कांग्रेस के प्रभुलाल सैनी पर 34,063 मतों से जीत हासिल की थी, वहीं 2013 में भाजपा के प्रभुलाल सैनी ने 3,399 मतों से जीत दर्ज की थी।

अंता सीट पर वोटर लिस्ट और जातीय समीकरण

अंता सीट पर कुल 2,27,563 वोटर हैं, जिनमें 1,16,405 पुरुष और 1,11,154 महिला वोटर हैं। उपचुनाव से पहले वोटर लिस्ट को अपडेट किया गया है, जिसमें 1,336 वोटर्स की संख्या बढ़ी है। जातीय समीकरण की बात करें तो मीणा, माली और धाकड़ समाज के वोट अधिक हैं।

अंता सीट पर उपचुनाव क्यों हो रहे हैं?

दरअसल, इस सीट से विधायक कंवरलाल मीणा पर 20 साल पहले एसडीएम पर पिस्टल तानने के मामले में सजा हो गई थी, जिसके बाद मई में उनकी विधायकी रद्द कर दी गई थी। इस कारण यह सीट खाली हो गई है और अब यहां उपचुनाव हो रहे हैं।

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