Zoho Mail : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को जानकारी दी कि उन्होंने अपने पत्राचार के लिए एक नए ईमेल सर्विस प्रोवाइडर, ज़ोहो मेल, पर स्विच कर लिया है। शाह ने ट्विटर पर एक पोस्ट के (Zoho Mail)जरिए सभी से अनुरोध किया कि भविष्य में उनका ईमेल संपर्क amitshah.bjp@zohomail.in पर किया जाए।
शाह ने लिखा, “सभी को नमस्कार। मैंने ज़ोहो मेल पर स्विच कर लिया है। कृपया मेरे ईमेल पते में हुए बदलाव पर ध्यान दें। मेरा नया ईमेल पता amitshah.bjp@zohomail.in है। भविष्य में मेल के ज़रिए बातचीत के लिए, कृपया इस पते का इस्तेमाल करें। इस मामले पर ध्यान देने के लिए आपका धन्यवाद,” शाह ने एक्स पर पोस्ट किया।
ज़ोहो मेल की सुरक्षा और प्राइवेसी:
क्या है ज़ोहो मेल? ज़ोहो मेल एक सुरक्षित और विज्ञापन-मुक्त ईमेल होस्टिंग सर्विस है, जिसे ज़ोहो कॉर्पोरेशन ने विकसित किया है। यह एक भारतीय मल्टीनेशनल टेक्नोलॉजी कंपनी है जिसका मुख्यालय चेन्नई, तमिलनाडु में स्थित है।
2008 में शुरू हुआ ज़ोहो मेल, बड़े ज़ोहो वर्कप्लेस सुइट का हिस्सा है, जिसमें ऑफिस प्रोडक्टिविटी, सहयोग और बातचीत के लिए टूल्स शामिल हैं। ज़ोहो मेल अपने मज़बूत प्राइवेसी स्टैंडर्ड्स और डेटा सुरक्षा नीतियों के लिए मशहूर है। यह एन्क्रिप्टेड ईमेल ट्रांसमिशन, टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन और मुख्य रूप से भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका में होस्ट किए गए सर्वर की सुविधा देता है।
ज़ोहो मेल का बढ़ता हुआ प्रचलन:
प्राइवेसी की ओर बढ़ता रुझान: जीमेल के विकल्प के तौर पर ज़ोहो मेल की लोकप्रियता बढ़ रही है। इसका कारण यह है कि यूज़र्स एक प्राइवेसी-केंद्रित और मुफ़्त ईमेल अनुभव चाहते हैं। ज़ोहो की यह ईमेल सर्विस अपने कस्टम डोमेन सपोर्ट, विज्ञापन-मुक्त इंटरफ़ेस और बेहतर प्राइवेसी फीचर्स के कारण पेशेवरों और छोटे कारोबारियों के बीच लोकप्रिय हो रही है।
ज़ोहो मेल उन यूज़र्स के लिए एक बढ़िया विकल्प है जो अपने इनबॉक्स पर ज़्यादा कंट्रोल चाहते हैं और प्रोडक्टिविटी-केंद्रित तरीका पसंद करते हैं। यह सर्विस विशेष रूप से सरकारी संगठनों, पेशेवरों और बड़े व्यवसायों के लिए आदर्श है।