39 हजार करोड़ का घोटाला! अमित शाह बोले – तमिलनाडु की जनता बदलाव को तैयार है

46
Amit Shah

Amit Shah: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने तमिलनाडु के मदुरै में एक जोशीले भाषण के दौरान दावा किया कि 2026 के विधानसभा चुनावों में भाजपा नेतृत्व वाला गठबंधन सत्ता में आएगा। उन्होंने कहा कि राज्य की जनता भ्रष्ट DMK सरकार से परेशान है और बदलाव की प्रतीक्षा कर रही है। (Amit Shah) उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल में 2026 तक भाजपा की सरकार बनना तय है।

‘ऑपरेशन सिंदूर’ बना राष्ट्रीय सुरक्षा का प्रतीक

शाह ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को भारत की सैन्य दृढ़ता का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि जब पाकिस्तान ने मिसाइल और ड्रोन छोड़े, तब भारत ने 100 किमी अंदर जाकर सर्जिकल स्ट्राइक की। उन्होंने इसे प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व की ताकत बताया। शाह ने यह भी दावा किया कि इस ऑपरेशन ने तमिलनाडु के युवाओं में रक्षा परियोजनाओं जैसे कावेरी इंजन को लेकर रुचि जगाई है।

DMK सरकार पर घोटाले के आरोप

अमित शाह ने आरोप लगाया कि DMK सरकार ने चुनावी वादों का केवल 10% ही पूरा किया है। उन्होंने TASMAC में 39,000 करोड़ रुपये के घोटाले का जिक्र किया और कहा कि अवैध शराब के कारण हो रही मौतों के लिए सरकार जिम्मेदार है। शाह ने यह भी कहा कि मोदी सरकार द्वारा भेजी गई सहायता राशि आम जनता तक नहीं पहुंच रही, क्योंकि DMK सरकार उसे डायवर्ट कर रही है।

तमिल भाषा में इंजीनियरिंग शिक्षा पर सवाल

शाह ने मुख्यमंत्री एमके स्टालिन से सवाल किया कि सरकार तमिल भाषा में इंजीनियरिंग और उच्च शिक्षा को बढ़ावा क्यों नहीं दे रही है। हालांकि, उन्होंने ₹2,152 करोड़ के स्कूली फंड और जनसंख्या आधारित परिसीमन जैसे संवेदनशील मुद्दों पर चुप्पी साधी।

DMK प्रवक्ता डॉ सैयद हफीजुल्लाह ने अमित शाह के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि BJP अगर अमेरिका में सरकार बना ले, तो भी तमिलनाडु में नहीं बना सकती। उन्होंने घोटाले के आरोपों को भाजपा की कल्पनाशक्ति करार दिया।

भाजपा-अन्नाद्रमुक गठबंधन में नई जान

यह शाह की प्रदेश अध्यक्ष बदलने के बाद दूसरी यात्रा थी। अनामलाई की जगह नयनार नागेन्द्रन को भाजपा का नया प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है। इसके साथ ही AIADMK के साथ गठबंधन को फिर से सक्रिय किया गया है।

हालांकि, कार्यकर्ताओं के बीच समन्वय की कमी, PMK में पारिवारिक मतभेद और DMDK की नाराज़गी जैसे मुद्दे NDA के लिए बड़ी चुनौती बने हुए हैं।

ऐसी उम्मीद थी कि अमित शाह NDA सहयोगियों को मंच पर लाएंगे, लेकिन अंततः यह कार्यक्रम एक BJP-केंद्रित रैली बन कर रह गया। इससे राजनीतिक समीकरणों में नई हलचल देखने को मिली है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here