बाहर दिखता है सेवा का प्रतीक, पर अंदर क्या है? अक्षय पात्र जगतपुरा की सच्चाई सामने आई!

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Akshaya Patra Jaipur

 Akshaya Patra Jaipur: अक्षय पात्र फाउंडेशन, जो पूरे देश में सेवा, शिक्षा और स्वच्छता के संदेश के लिए प्रसिद्ध है, उसके जगतपुरा केंद्र की हकीकत देखकर लोग दंग रह गए। जहां रोज़ाना हजारों लोगों को भोजन मिलता है, वहीं परिसर में सफाई व्यवस्था बदहाल दिखाई दी। ( Akshaya Patra Jaipur)जगह-जगह धूल, गंदगी और अव्यवस्था फैली हुई थी।

जब लोग अंदर पहुंचे तो पाया कि प्रशासनिक ब्लॉक में असली पौधों की जगह नकली पौधे सजाए गए हैं। यह देखकर कई आगंतुकों ने सवाल उठाया कि भगवान श्रीकृष्ण, जिन्होंने गोवर्धन पर्वत उठाकर प्रकृति की रक्षा का संदेश दिया, उनके नाम पर चल रहे संस्थान में नकली पौधों से हरियाली का दिखावा क्यों?

सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि पूरे परिसर में सिर्फ दान के विज्ञापन लगे हुए थे — “दान ही पुण्य है”, “आपका सहयोग ही हमारी ताकत” जैसी अपीलें हर दीवार पर नजर आईं, लेकिन कहीं सफाई या पर्यावरण संरक्षण का संदेश नहीं दिखा।

स्थानीय नागरिकों ने कहा कि अक्षय पात्र जैसे बड़े संस्थान से आदर्श की उम्मीद की जाती है, पर यहाँ स्वच्छता और हरियाली दोनों का हाल निराशाजनक है। कुछ कर्मचारियों ने बताया कि सफाईकर्मी नियमित रूप से काम नहीं करते, जबकि प्रशासनिक अधिकारी सिर्फ औपचारिक निरीक्षण करते हैं। समाजसेवियों का कहना है कि “अगर सेवा का मंदिर ही गंदगी में डूबा है, तो समाज को प्रेरणा कौन देगा?”

नोट: इस समाचार से संबंधित फोटोग्राफ्स टीम के पास सुरक्षित हैं, जिनमें परिसर की वास्तविक स्थिति स्पष्ट रूप से देखी जा सकती है।

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