जयपुर। ऊर्जा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) हीरालाल नागर ने विद्युत दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए सुरक्षा उपायों को तुरंत लागू करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि बिजली के ट्रांसफार्मर को खुले नहीं छोड़ा जाना चाहिए और सुरक्षा दीवारों जैसी आवश्यक उपायों को अपनाना अनिवार्य है।
सीकर रोड पर सुरक्षा की नई पहल
नागर ने जयपुर सिटी नॉर्थ सर्किल क्षेत्र में सीकर रोड स्थित खेतान हॉस्पीटल के पास वितरण ट्रांसफार्मरों और रिंगमैन यूनिट पर फेंसिंग एवं ग्रेवलिंग के काम का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि यहां 21 वितरण ट्रांसफार्मरों पर एफआरपी मेटेरियल की कुचालक जाली से फेंसिंग की गई है, जो विद्युत सुरक्षा का एक नया मॉडल प्रस्तुत करती है।
अन्य क्षेत्रों में सुरक्षा का विस्तार
मंत्री ने अधिकारियों को इस प्रभावी सुरक्षा मॉडल को प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में लागू करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने मुरलीपुरा सब डिवीजन कार्यालय का भी निरीक्षण किया और वहां पौधारोपण कर पर्यावरण सुरक्षा का संदेश दिया।
संवेदनशील स्थानों पर सुरक्षा के ठोस उपाय
जयपुर सिटी नॉर्थ सर्किल के अधीक्षण अभियंता अशोक रावत ने बताया कि सीकर रोड चौमूं पुलिया से रोड़ नम्बर 14 तक सभी डिस्ट्रिब्यूशन ट्रांसफार्मरों और उपकरणों की लोहे की जाली के स्थान पर अब फेंसिंग स्थापित की गई है। इसके अलावा, जल भराव की संभावनाओं वाले स्थानों पर आरएमयू, पिलर बॉक्स और 176 डिस्ट्रिब्यूशन बॉक्स की फाउंडेशन को पक्की ईंटों से ऊँचा किया गया है, जिससे विद्युत दुर्घटनाओं की आशंका को कम किया जा सके। इस अवसर पर जयपुर डिस्कॉम के तकनीकी निदेशक एस.एस. नेहरा, जोनल मुख्य अभियंता (जयपुर) आर.के. जीनवाल और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।