RPSC paper leak case: राजस्थान में पिछली सरकार में हुए पेपर लीक मामले को लेकर सियासत गरमाई हुई है। आरपीएससी पर पेपर लीक (RPSC paper leak case) मामले को लेकर कई बड़े सवाल खड़े हुए हैं। इस बीच, आरपीएससी को भंग करने के मुद्दे पर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच फिर से विरोधाभास देखने को मिला है। पायलट के आरपीएससी को भंग किए जाने की मांग पर गहलोत ने बिना नाम लिए पायलट के बयान पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों को थोड़ी गलतफहमी है, आरपीएससी को भंग नहीं किया जा सकता है। गहलोत की ओर से पायलट के बयान पर कटाक्ष ने सियासी पारे में हलचल पैदा कर दी है।
गहलोत का पायलट पर निशाना? लोगों को थोड़ी गलतफहमी है
गहलोत और पायलट के बीच की अदावत राजस्थान की सियासत में जग जाहिर है। काफी दिनों के बाद आरपीएससी के मुद्दे को लेकर एक बार फिर पायलट और गहलोत की जुदा-जुदा राय नजर आई। एक ओर सचिन पायलट आरपीएससी को भंग किए जाने की मांग कर चुके हैं, तो दूसरी ओर गहलोत ने बिना नाम लिए सचिन पायलट के बयान पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद यूपीएससी और आरपीएससी का गठन किया गया और कानून बनाया गया, लेकिन इसके एक मेंबर को भी सरकार नहीं हटा सकती। यह सबको पता है, जब एक मेंबर को नहीं हटाया जा सकता, तो आरपीएससी को कैसे भंग किया जा सकता है?
सरकार पेपर लीक मामले के कारण युवाओं के रोजगार में रुकावट बनी
गहलोत ने मीडिया से बातचीत करते हुए जोधपुर में सोमवार को भजनलाल सरकार पर दूसरे दिन भी जमकर हमला किया। उन्होंने कहा कि सरकार पेपर लीक के नाम पर युवाओं को रोजगार देने के बजाय रुकावट बनी हुई है। उन्होंने कहा कि हमने बेरोजगारों को नौकरिया दी थी। सरकार को भी इस काम को आगे बढ़ाना चाहिए, पेपर लीक में जो भी आरोपी हैं, उनको जेल में डालो, किसने रोका है? गहलोत ने सीएम भजनलाल पर निशाना साधते हुए कहा कि मुख्यमंत्री सिर्फ बातें करते हैं, जोधपुर इस बात का गवाह है कि हमने यहां कितने काम किए हैं। हमने मारवाड़ मेडिकल विश्वविद्यालय बनाया है। उन्होंने जयपुर-जोहनपुर की टूटी सड़कों को लेकर भी सरकार को जमकर घेरा।
आरपीएससी को लेकर पायलट ने की थी भंग करने की मांग
बता दें कि पिछली कांग्रेस सरकार के दौरान पायलट और गहलोत के बीच जमकर सियासी विवाद चला। इस बीच पेपर लीक मामले उजागर होने के बाद पायलट ने अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला और 1 दिन का अनशन किया। इसमें उन्होंने आरपीएससी संस्था को भंग कर पुनर्गठन की मांग उठाई। पिछले दिनों भी पायलट ने पेपर लीक से जुड़े लोगों की गिरफ्तारी के बाद फिर से भजनलाल सरकार से आरपीएससी को भंग किए जाने की मांग उठाई।