IAS Rajendra Vijay: दौसा एसीबी उपाधीक्षक नवल मीणा ने ACB मुख्यालय जयपुर के निर्देश पर IAS राजेंद्र विजय (IAS Rajendra Vijay) के घर की तलाशी लेने दौसा पहुंचे। इस कार्रवाई से गांव में हड़कंप मच गया, और आसपास के लोग इकट्ठा हो गए। जब एसीबी की टीम कोटा संभागीय आयुक्त राजेंद्र विजय के घर पहुंची, तो वहां परिवार का कोई सदस्य मौजूद नहीं था। अंततः मकान को सील कर दिया गया।
सुबह 6 बजे से चल रही पूछताछ
एसीबी अब घर के सदस्यों की मौजूदगी में तलाशी लेगी। एसीबी के वरिष्ठ अधिकारी सर्किट हाउस पहुंचे हैं और सुबह 6 बजे से पूछताछ कर रहे हैं। एसीबी ने कार्यालय खुलने के समय से तीन घंटे पहले ही संभागीय आयुक्त का दफ्तर खोला और सर्च शुरू कर दिया। राजेंद्र विजय को कोटा में सिविल लाइंस बंगला नंबर KR-4 अलॉट किया गया है, लेकिन वे अभी वहां शिफ्ट नहीं हुए हैं।
राजेंद्र विजय का कॅरियर और छापेमारी की वजह
IAS राजेंद्र विजय ने हाल ही में 25 सितंबर को कोटा संभागीय आयुक्त का पद संभाला। इससे पहले वे बारां जिला कलेक्टर थे और अब 10 दिन पहले ही कोटा में तैनात हुए हैं। उनकी संपत्ति के संबंध में आय से अधिक संपत्ति के मामले में एसीबी द्वारा छापेमारी की जा रही है।
प्रदेश में कई स्थानों पर एक साथ छापेमारी
राजेंद्र विजय, जो 2010 बैच के IAS अधिकारी हैं, पर ACB की कार्रवाई प्रदेश के अलग-अलग पांच स्थानों पर चल रही है, जिसमें जयपुर आवास पर भी तलाशी चल रही है। इससे पहले वे लगभग 8 महीने तक नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले में स्पेशल सेक्रेटरी के पद पर कार्यरत थे।