राजस्थान में बढ़ा आतंकी खतरा! मौलवी ओसामा के TTP लिंक का खुलासा, ATS की चौतरफा जांच शुरू

4
ATS operation

पूछताछ में क्या सामने आया

  • ओसामा का TTP के कई शीर्ष कमांडरों से संपर्क होना और स्थानीय स्तर पर युवाओं को जोड़ने के प्रयास।
  • एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग और इंटरनेट कॉलिंग द्वारा रिक्रूटमेंट और निर्देशों का आदान-प्रदान करने के संकेत।
  • प्राथमिक जांच में फिलहाल किसी प्रकार की फंडिंग या आर्थिक लेन-देन की पुष्टि नहीं हुई है।
  • ATS अब यह पता लगाने में लगा है कि ओसामा के संपर्क और किस स्तर के नेटवर्क सक्रिय थे — देश और विदेश दोनों में उसकी पैठ की जांच की जा रही है।

चार जिलों में छापेमारी — कुल पांच गिरफ्तार

राजस्थान ATS के आईजी विकास कुमार के मुताबिक, शुक्रवार को चार जिलों में समन्वित छापेमारी की गई जिसमें कुल पांच संदिग्ध हिरासत में लिए गए। इन सभी से पूछताछ जारी है और डिजिटल उपकरण फॉरेंसिक जांच के लिए भेजे गए हैं।

कहाँ-कहाँ कार्रवाई हुई और प्रमुख गिरफ्तार

जोधपुर

चौखा क्षेत्र से पकड़े गए अयूब (पुत्र गफ्फार) के बारे में जानकारी मिली कि वह आतंकी संगठनों और अंतरराष्ट्रीय फंडिंग नेटवर्क से जुड़ाव के संभावित इनपुट में था। मौके से कई दस्तावेज, मोबाइल, आतंकी साहित्य और चंदे की रसीदें जब्त की गईं।

सांचौर (झेरडियावास)

एक मदरसे पर छापा मारा गया और वहां से उस्मान/ओसामा नामक मौलवी को हिरासत में लिया गया। पूछताछ में ओसामा के TTP कनेक्शनों और युवाओं को जोड़ने के तरीकों का खुलासा हुआ।

पीपाड़

एटीएस ने मसूद (पुत्र अनवर) को गिरफ्तार किया। रिपोर्ट्स के अनुसार मसूद जोधपुर से अयूब की गिरफ्तारी के बाद अंडरग्राउंड हुआ था; उसके कब्जे से महत्वपूर्ण दस्तावेज और विदेशों से जुड़े संपर्कों के सबूत आये हैं।

खुफिया एजेंसियों की संयुक्त कार्रवाई

इस ऑपरेशन में ATS के साथ सेंट्रल इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) की भी साझेदारी रही। तीन संदिग्ध मौलवियों को जोधपुर, सांचौर और पीपाड़ से हिरासत में लिया गया — और इनसे जुड़े मोबाइल व दस्तावेज जब्त कर लिए गए।

आगे की कार्रवाई

  1. सभी कब्जे में लिए गए डिजिटल डिवाइसेज़ को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है।
  2. ओसामा के विदेशी कनेक्शनों के तारों की देश-विदेश में पड़ताल करने के लिए खुफिया नेटवर्क सक्रिय।
  3. गिरफ्तार संदिग्धों से और पूछताछ कर अतिरिक्त आरोपियों अथवा हैंडलर्स की पहचान की जाएगी।
  4. यदि वित्तीय लेन-देन के सबूत मिलते हैं तो अलग से आर्थिक जांच और अन्तरराष्ट्रीय समन की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

ATS और आईबी के अधिकारियों ने मामले की संवेदनशीलता बताते हुए कहा है कि स्थिति को गंभीरता से लिया जा रहा है और राष्ट्रीय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए त्वरित और गहन जांच जारी रहेगी।

 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here