DelhiBlast: दिल्ली के लाल किला के पास एक i20 कार में हुए भीषण धमाके में अब तक 9 लोगों की मौत और लगभग 20 से अधिक लोग घायल होने की खबर है। धमाके से कई वाहन और आसपास की संपत्ति भी प्रभावित हुई। पुलिस ने धमाका वाली कार के मालिक तक पहुँच बनाई है (DelhiBlast)और सीसीटीवी फुटेज से घटनाक्रम की स्पष्ट टाइमलाइन निकल कर सामने आई है।
क्या मिला सीसीटीवी फुटेज में
पुलिस के शुरुआती निष्कर्ष के अनुसार CCTV फुटेज ने घटनाक्रम की यह टाइमलाइन दिखाई है:
- 03:19 — i20 कार लाल किला के पास पार्किंग में दाखिल हुई।
- करीब तीन घंटे तक कार पार्किंग में ही खड़ी रही।
- 06:48 — कार पार्किंग से बाहर निकली; उस समय लाल किले के पास भारी भीड़ मौजूद थी।
- पुलिस के अनुसार पार्किंग से निकलने के चार मिनट बाद ही कार में जोरदार धमाका हुआ।
धमाके के बाद आग फैलने से लगभग आठ वाहन जलकर राख हो गए और आसपास का क्षेत्र तबाह हो गया।
कार का स्वामित्व और रहस्य
पुलिस ने धमाका वाली कार के मालिक तक पहुँच बना ली है — कार गुरुग्राम के नाम सलमान पर रजिस्टर्ड मिली। हालांकि सलमान का दावा है कि उसने यह कार पहले ही बेच दी थी। जांच में यह भी पाया गया कि कार कई बार खरीद-बिक्री के कारण रजिस्टर/हस्तांतरण की स्थिति में रही है — जिससे जिम्मेदार का पता लगाना जटिल हो गया।
पुलिस की जांच — प्रमुख प्रश्न
पुलिस फिलहाल निम्न बिंदुओं की जांच कर रही है:
- सीसीटीवी फुटेज से पहचान कि कार को पार्किंग में किसने छोड़ा और किसने वापस ली।
- कार की पहले की खरीद-फरोख्त की रेकॉर्ड और पंजीकरण में हुए बदलावों का सत्यापन।
- कार पार्किंग तक कहाँ से आई और पार्किंग से निकलकर लाल किले के सामने रेड लाइट तक कैसे पहुंची — रूट-विजुअल ट्रेस।
- कार के भीतर मिले किसी भी विस्फोटक/सायटिक सबूत (IED सामग्री, बम के अवयव) का फॉरेंसिक परीक्षण।
पुलिस का प्रारम्भिक बयान
“हम सीसीटीवी फुटेज की विस्तृत पड़ताल कर रहे हैं ताकि यह पता चले कि किसने कार पार्क की और किसने उसे वापस लिया — इसके साथ ही हम कार के पिछले रजिस्ट्री रिकॉर्ड व यात्रियों की पहचान भी कर रहे हैं।” — (पुलिस अधिकारी, नाम/विभाग)
पढ़ें क्या आगे होगा?
- फॉरेंसिक रिपोर्ट और बॉम्ब-डिस्पोजल टीम की जांच के बाद विस्फोट के प्रकार व सामग्री का खुलासा होगा।
- गृह व खुफिया एजेंसियों के साथ समन्वय कर संभावित नेटवर्क व प्रेरणा की पहचान की जाएगी।
- जांच के आधार पर संदिग्धों के खिलाफ आपराधिक धाराएँ और आवश्यक सुरक्षा आदेश लागू किए जाएंगे।


































































