रूस का अब तक का सबसे घातक हवाई हमला, 450 ड्रोन-45 मिसाइलों से यूक्रेन के तीन शहर तबाह

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Russia Ukraine war

Russia Ukraine war: रूसी सेना ने बीती रात एक बड़े पैमाने पर ड्रोन-और-मिसाइल हमला किया, जिसमें राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के अनुसार 450 से अधिक ड्रोन और 45 मिसाइलें</strong दागी गईं। इस पलटवार में कम से कम 7 लोगों की मौत हुई और कई घायल हुए; ( Russia Ukraine war)कीव, पोल्टावा, खार्किव सहित कई प्रमुख इलाकों के ऊर्जा तंत्र को भारी नुकसान पहुँचा।

हमले का पैमाना

यूक्रेनी अधिकारियों ने बताया कि यह हमला अनेक लक्ष्यों — आवासीय ढाँचे और ऊर्जा सुविधाएँ — पर केंद्रित था। Kyiv-region, Poltava और Kharkiv क्षेत्र सबसे ज़्यादा प्रभावित हुए। यूक्रेनी वायु रक्षा प्रणालियों ने बड़ी संख्या में ड्रोन/मिसाइलें रोकने का दावा किया, जिससे कई हमले आसमान में ही नष्ट कर दिए गए।

कहीं आवासीय हिट, कहीं ऊर्जा के केंद्र प्रभावित

रिपोर्टों के मुताबिक Dnipro (डनित्रो) के एक अपार्टमेंट ब्लॉक पर ड्रोन गिरने से तीन लोगों की मौत और बारह से ज़्यादा घायल हुए; Zaporizhzhia क्षेत्र में भी तीन लोगों की मृत्यु हुई और Kharkiv में कम से कम एक नागरिक की मौत की सूचना आई। इन हमलों ने बिजली ग्रिड और ऊर्जा संयंत्रों को निशाना बनाया, जिससे कई शहरों में बिजली आपूर्ति मुश्किल हालात से गुज़र रही है।

रोलिंग ब्लैकआउट और आपातकालीन कदम

यूक्रेन की ऊर्जा मंत्री ने बताया कि बिजली ग्रिड को अस्थायी रूप से स्थिर किया गया है, मगर पूरी मरम्मत और स्थिरता के लिए रोलिंग ब्लैकआउट और आपातजन्य उपायों की ज़रूरत पड़ रही है। कई औद्योगिक और नागरिक केंद्रों में जनरेटर व आपातप्रणालियों की मदद से सेवाएँ बनाए रखने का प्रयास चल रहा है।

जेलेंस्की की अपील

राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने इन हमलों की कड़ी निंदा की और पश्चिमी देशों से रूस के खिलाफ सख्त प्रतिबंध लगाने का आग्रह किया — विशेषकर रूसी ऊर्जा पर लक्षित प्रतिबंधों की वकालत की गई। रूसी रक्षा मंत्रालय ने इन हमलों को यूक्रेनी हवाई हमलों के जवाब के रूप में प्रस्तुत किया।

यूक्रेनी रक्षा का दावा

यूक्रेनी वायु सेना ने भी बड़े पैमाने पर हवाई रक्षा का दावा किया — कई ड्रोन और मिसाइलें आसमान में ही नष्ट कर दी गईं, जबकि कुछ 25 से अधिक स्थानों पर गिरकर भूमि पर हानि पहुँचा गई। स्थानीय बचाव-कर्मी और इमरजेंसी टीमें प्रभावित क्षेत्रों में सर्च-रेस्क्यू व मरम्मत कार्य कर रही हैं।

पश्चिमी देशों और NATO-संबंधी संस्थाओं की प्रतिक्रिया आने-जाने के बीच, वैश्विक कूटनीति में रूस पर राजनीतिक और आर्थिक दबाव बढ़ाने की माँग उठ रही है। युद्ध की ताजा लहर के बीच नागरिक प्रभावितों की मदद और शीतकालीन तैयारी (बिजली, हीटिंग) पर ध्यान केन्द्रित किया जा रहा है।

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