पहले चरण की वोटिंग के बाद सियासी समीकरण उलटने के आसार, एनडीए या राजद….कौन जीतेगा बिहार?

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bihar election 2025

bihar election 2025 : बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण का मतदान गुरुवार को शांतिपूर्वक संपन्न हो गया। इस चरण में 18 जिलों की 121 विधानसभा सीटों पर वोटिंग हुई, जिसमें कुल 3.75 करोड़ मतदाताओं ने भाग लिया। एनडीए और महागठबंधन के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिली। मतदान का प्रतिशत 64.46% रहा।

सुबह नौ बजे तक 13.13%, दोपहर 11 बजे तक 27.65% और तीन बजे तक 53.77% वोटिंग दर्ज की गई। गोपालगंज (46.73%) में सबसे अधिक उत्साह देखने को मिला, जबकि पटना (23.71%) में मतदान अपेक्षाकृत कम रहा। हालांकि, पूरे राज्य में मतदान शांतिपूर्वक संपन्न हुआ। केवल लखीसराय में डिप्टी सीएम विजय सिन्हा के काफिले पर हमले की घटना ने कुछ देर के लिए हलचल जरूर मचा दी।

महिलाओं का भारी मतदान बना एनडीए की उम्मीद

चुनाव विश्लेषकों का कहना है कि इस बार भी महिलाओं की भागीदारी एनडीए के लिए निर्णायक साबित हो सकती है, जैसा कि 2019 और 2024 लोकसभा चुनावों में देखा गया था। जेडीयू नेता संजय झा ने कहा, “महिलाओं का विश्वास नीतीश कुमार पर है, जिनकी योजनाओं ने गांव-गांव तक विकास पहुंचाया है।”

एनडीए ने अपने प्रचार में ‘डबल इंजन सरकार’ की उपलब्धियों को प्रमुखता दी। सीएम नीतीश कुमार ने मतदान करने के बाद कहा, “बिहार बदलाव की राह पर है, एनडीए फिर से ऐतिहासिक बहुमत लाएगा।”

विपक्ष ने एंटी-इनकंबेंसी को बनाया मुद्दा

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि राज्य में एंटी-इनकंबेंसी की भावना भी नजर आ रही है, जिसे विपक्ष बेरोजगारी, पलायन और स्थानीय विधायकों के खिलाफ असंतोष के रूप में भुना रहा है। भाजपा नेता और यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने दावा किया, “20 साल बाद भी एंटी-इनकंबेंसी नहीं है, एनडीए 170 से ज्यादा सीटें जीतेगा।”

वहीं जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने इस बार एक “तीसरा विकल्प” पेश कर राजनीति में नई हलचल पैदा की है।

ग्रामीण इलाकों में एनडीए को बढ़त के संकेत

पहले चरण की वोटिंग के बाद आए शुरुआती रुझान बताते हैं कि ग्रामीण और अर्ध-शहरी इलाकों में एनडीए का प्रदर्शन मजबूत रहा, खासकर वैशाली, दरभंगा और मुजफ्फरपुर जैसे जिलों में। बताया जा रहा है कि महिलाओं ने बड़ी संख्या में मतदान किया।

इसी बीच, लखीसराय में आरजेडी समर्थकों पर डिप्टी सीएम विजय सिन्हा के काफिले पर हमले का आरोप लगा, जिस पर विपक्ष ने तीखी प्रतिक्रिया दी। आरजेडी नेताओं ने इसे “एनडीए की हार का डर” बताया।

‘जंगल राज’ बनाम ‘बदलाव की हवा’

पहले चरण के दौरान चुनावी बयानबाजी भी चरम पर रही। राजद की ओर से रघुनाथपुर सीट पर शहाबुद्दीन के बेटे उसामा शहाब को टिकट मिलने के बाद “जंगल राज” की बहस तेज हो गई। वहीं, तेजस्वी यादव ने पलटवार करते हुए कहा, “बिहार के नौजवान पलायन से तंग आ चुके हैं, अब बदलाव की हवा चल रही है।”

गौरतलब है कि 2020 में इन 121 सीटों पर महागठबंधन को 63 सीटें मिली थीं। अब दूसरे चरण का मतदान 11 नवंबर को 122 सीटों पर होगा, जबकि 14 नवंबर को नतीजे घोषित किए जाएंगे।

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