स्वास्थ्य विभाग ने सैंपल लिए
मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा रात लगभग 11:15 बजे मौके पर पहुंचे और कार्रवाई देर रात्रि तक, करीब 2:30 बजे तक जारी रही। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मौके से सभी संदिग्ध उत्पादों के नमूने लेकर प्रयोगशाला जांच के लिए भेज दिए हैं। वहां मौजूद अधिकारियों ने दावा किया कि उत्पादों के निर्माण में खाद्य सुरक्षा नियमों का कठोर उल्लंघन हुआ है।
कार्रवाई के दौरान पुलिस, स्थानीय प्रशासन व स्वास्थ्य टीम समान रूप से मौजूद रही। दौसा के सीएमएचओ डॉ. सीताराम मीणा ने बताया कि फैक्ट्री को कार्रवाई के बाद सील कर दिया गया है और अगले दिन सुबह 10 बजे विस्तृत सैंपलिंग प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
मंत्री का कड़ा रुख
मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने घटनास्थल पर कहा, “यह केवल खाद्य सुरक्षा अधिनियम का उल्लंघन नहीं है, बल्कि आमजन के स्वास्थ्य से खिलवाड़ और मानवीय संवेदना का अपमान है। ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”
भजनलाल सरकार के कार्यकाल में यह डॉ. किरोड़ी लाल मीणा द्वारा की गईं लगातार छापेमारियों की एक और कार्रवाई है। इससे पहले भी मंत्री ने राज्य के अलग-अलग जिलों में खाद, बीज और मिल्क उत्पाद फैक्ट्रियों पर छापे कराते हुए अनियमितताओं का खुलासा कराया था।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा भेजे गए सैंपलों की प्रयोगशाला रिपोर्ट आने के बाद ही यह स्पष्ट होगा कि उत्पाद स्वास्थ्य के लिए हानिकारक थे या नहीं। रिपोर्ट में उल्लंघन सिद्ध हुए तो संबंधित पर खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत अभियोग दर्ज किए जाने तथा लाइसेंस रद्द और भारी जुर्माना लगाने की संभावनाएं जताई जा रही हैं।




































































