क्या अपेक्षा करें
- दक्षिणी राज्यों में चक्रवाती प्रभाव से भारी से बहुत भारी वर्षा के अलर्ट जारी।
- उत्तर भारत में ठंड की शुरूआत — सुबह-शाम कोहरा/धुंध और मौसम शुष्क रहेगा।
- पहाड़ी राज्यों में बर्फबारी जारी — मैदानी इलाकों में भी ठंड तेज़ होगी।
- पूर्व एवं पूर्वोत्तर में गरज-चमक के साथ अस्थायी बरसात की संभावना।
उत्तर भारत: कोहरा, ठंडी हवाएँ और बर्फबारी
दिल्ली-एनसीआर: सुबह के समय हल्का कोहरा या धुंध रहने की संभावना है। दिन का मौसम अपेक्षाकृत शुष्क रहेगा। अनुमानित अधिकतम तापमान 29–31°C और न्यूनतम 17–19°C के बीच रह सकता है। हवा की गुणवत्ता ‘खराब’ श्रेणी में रहने की आशंका है — संवेदनशील लोगों को सतर्क रहने की सलाह।
उत्तर प्रदेश (पूर्वी हिस्से): कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश व गरज-चमक की संभावना। हवाएँ 30–40 किमी/घंटा की रफ्तार से चल सकती हैं।
राजस्थान: बारिश की गतिविधियाँ घटने की उम्मीद है, फिर भी कुछ हिस्सों में हल्की बूंदाबांदी संभव है।
हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड: ऊँचे हिस्सों में बर्फबारी का दौर जारी रहेगा — इससे स्थानीय तापमान में गिरावट और मैदानी क्षेत्रों में ठंड बढ़ने का असर होगा।
हल्की बारिश और ठंड का असर
मध्य प्रदेश: मौसम ठंडा रहने के साथ कुछ स्थानों पर हल्की बारिश की संभावना बताई गई है।
छत्तीसगढ़: गरज-चमक के साथ कुछ जगहों पर हल्की बरसात हो सकती है।
महाराष्ट्र (कोंकण, गोवा, मराठवाड़ा): बिजली गिरने और हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है।
गुजरात (सौराष्ट्र व कच्छ): गरज-चमक के साथ भारी बारिश संभावित — स्थानीय इलाकों में सतर्कता आवश्यक।
चक्रवाती प्रभाव से भारी से बहुत भारी वर्षा — सबसे बड़े अलर्ट
IMD ने स्पष्ट किया है कि दक्षिण भारत पर बने चक्रवाती असर के कारण कई तटीय और आंतरिक इलाकों में भारी से बहुत-भारी बारिश हो सकती है।
- आंध्र प्रदेश (तटीय) व यनम: कई स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना।
- तेलंगाना: गरज-चमक और तेज हवाएँ (40–50 किमी/घंटा) के साथ तेज़ मौसम परिवर्तन संभव।
- तमिलनाडु व रायलसीमा: मध्यम बारिश व छिटपुट बौछारें।
- केरल, माहे व लक्षद्वीप: हल्की से मध्यम बारिश और गरज-चमक जारी रहने की सम्भावना।
पूर्वी व पूर्वोत्तर भारत: भारी बारिश और अलर्ट
बिहार व झारखंड: 30 व 31 अक्टूबर को गरज-चमक के साथ भारी बारिश के संकेत — कई जिलों में येलो/ऑरेंज अलर्ट जारी।
ओडिशा (तटीय व दक्षिणी हिस्से जैसे गंजाम, कोरापुट): निचले दबाव के कारण तेज बरसात जारी रहने की संभावना है।
पूर्वोत्तर (असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा): हल्की से मध्यम वर्षा की गतिविधियाँ बनी रहेंगी।
स्थानीय सतर्कता और जनजीवन पर प्रभाव
- भारी बारिश वाले इलाकों में जलभराव, सड़क अवरुद्धता व नदी-नालों में जलस्तर बढ़ने का खतरा।
- दक्षिणी तटीय क्षेत्रों में मछुआरों व समुद्री गतिविधियों पर प्रभाव — छोटे जहाज़ों को सुरक्षित लौटने की चेतावनी।
- कोहरे वाले क्षेत्रों में सुबह के समय सड़क व हवाई मार्गों पर यात्रा प्रभावित हो सकती है।
- हवा व वायु गुणवत्ता प्रभावित होने से संवेदनशील वर्ग (बच्चे, बुजुर्ग, हृदयरोगी) सतर्क रहें।
मौसम सलाह
- करें: भारी बारिश वाले इलाकों में बाहर निकलते समय स्थानीय प्रशासन के निर्देशों का पालन करें; आवश्यक होने पर ऊँची जगहों पर जाएँ।
- सावधानी बरतें: तेज़ हवाओं और वज्रपात के समय खुली जगहों, पेड़ों और बिजली के खंभों के पास न रहें।
- यात्रा योजनाएँ: उड़ान व सड़क सफ़र से पहले मौसम अपडेट व स्थानीय चेतावनियाँ ज़रूर जांचें।
- घरेलू तैयारियाँ: बरसात/ठंड के अनुरूप पर्याप्त रख-रखाव और दवाइयाँ साथ रखें, विद्युत आपूर्ति में व्यवधान पर इमरजेंसी लाइट की व्यवस्था रखें।
क्या उम्मीद रखें (30 अक्टूबर के लिए)
30 अक्टूबर को दक्षिणी राज्यों में भारी बारिश और मध्यम से तेज़ हवाएँ; उत्तर भारत में ठंड और कोहरा — पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी जारी। पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत में भी बरसात की गतिविधियाँ जारी रहेंगी। नागरिकों से अनुरोध है कि वे मौसम विभाग के अपडेट नियमित रूप से देखें और स्थानीय प्रशासन की चेतावनियों का पालन करें।

































































