समाचार एजेंसी एपी के पत्रकारों और प्रत्यक्षदर्शियों ने गाजा सिटी और दीर अल-बलाह के विभिन्न हिस्सों में गोलाबारी और धमाकों की आवाजें सुनीं। दीर अल-बलाह का वह इलाका फिलहाल इजराइली बलों के नियंत्रण में बताया जा रहा है। गाजा सिटी में शिफा अस्पताल के पास भी धमाकों की आवाज दर्ज की गई।
अवशेषों की वापसी को युद्ध-विराम का उल्लंघन बताया
नेतन्याहू ने कहा कि हमास की ओर से रातोंरात लौटाए गए बंधक के अवशेष अमेरिका की मध्यस्थता वाले युद्ध-विराम समझौते का “स्पष्ट उल्लंघन” हैं। पहले बताया गया था कि ये अवशेष लगभग दो साल पहले इजराइली सैनिकों द्वारा गाजा में बरामद किए गए एक बंधक के शव से संबंधित हैं। इजराइल के रक्षा मंत्री इजराइल काट्ज़ ने कहा कि हमास को समझौते का उल्लंघन करने की भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। अधिकारियों का कहना है कि इजराइल ने हमले शुरू करने से पहले अमेरिका को सूचित किया था।
राफा में भी तनाव
मंगलवार को दक्षिणी शहर राफा में इजराइली सैनिकों पर गोलीबारी की सूचना मिली, जिसके बाद इजराइली बलों ने जवाबी कार्रवाई की। हमास ने राफा की घटना में संलिप्तता से इनकार करते हुए युद्ध-विराम के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है। गाजा में अभी भी 13 बंधकों के शव आने का काम बाकी है और शवों के हस्तांतरण की धीमी प्रक्रिया युद्ध-विराम के अगले चरणों को लागू करने में बड़ी चुनौती बनी हुई है। हमास का कहना है कि भारी तबाही के कारण शवों का पता लगाना मुश्किल हो रहा है, जबकि इजराइल आरोप लगाता है कि हमास जानबूझकर शव लौटाने में देरी कर रहा है।
दरअसल 10 अक्टूबर को हुआ था युद्ध-विराम
इजराइल और हमास के बीच यह हालिया तनाव उसी युद्ध-विराम के बाद उभरा है जो 10 अक्टूबर को लागू हुआ था। अब दोनों पक्षों की कार्रवाई और बंधकों के अवशेषों से जुड़ी प्रक्रिया इस समझौते की स्थिरता के लिए निर्णायक होगी। स्थिति संवेदनशील बनी हुई है — अगले कुछ घंटों और दिनों में घटनाक्रम की दिशा यह तय करेगी कि युद्ध-विराम कायम रहेगा या एक बार फिर तनाव फैलता है।
































































