ऑपरेशन सिंदूर और पाकिस्तान को चेतावनी
सिंह ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर अभी समाप्त नहीं हुआ है और इसे केवल रोका गया है। उन्होंने कहा कि पायलट ने पाकिस्तान के सामने केवल भारत की ताकत का छोटा सा नमूना पेश किया, असली ताकत का प्रदर्शन आगे होगा। यह ऑपरेशन 7 मई को पहले से हुए पहलगाम आतंकवादी हमले के जवाब में शुरू किया गया था और पाकिस्तान के नियंत्रण वाले इलाकों में आतंकवादियों के बुनियादी ढांचों पर हवाई हमले किए गए थे।
सेना के जवानों से बड़ा-खाना समारोह में संवाद
रक्षा मंत्री ने बड़ा-खाना के दौरान सैनिकों से कहा कि हमारी सेनाएं केवल सीमाओं की सुरक्षा नहीं करती, बल्कि राष्ट्र निर्माण में भी अग्रदूत हैं। उन्होंने सदी 21वीं को भारत के लिए निर्णायक बताते हुए सेना की बहुआयामी भूमिका पर जोर दिया। सिंह ने कहा कि भारतीय सेना दुनिया में सर्वश्रेष्ठ बनने की क्षमता रखती है और आत्मनिर्भरता की दिशा में प्रगति जारी है।
सीमांत बुनियादी ढांचे और विकास
सिंह ने सरकार की प्रतिबद्धता का हवाला देते हुए बताया कि सीमावर्ती बुनियादी ढांचे के विकास और रक्षा तैयारियों को मजबूत करने के लिए सीमाओं पर विभिन्न गतिविधियां की जा रही हैं। उन्होंने जैसलमेर में कैक्टस-सह-वनस्पति उद्यान-शौर्यवन का उद्घाटन किया और युद्ध स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की।
सेना की विविधता और संस्कृति
रक्षा मंत्री ने बड़ा-खाना के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि भारतीय सेना विभिन्न धर्मों, जातियों, भाषाओं और क्षेत्रों के लोगों का घर है। यह विविधता बड़ा-खाना के दौरान एक थाली में झलकती है, जो इसे किसी अन्य रात्रिभोज से बेहतर बनाती है।
जैसलमेर में सेना सम्मेलन
सिंह ने कहा कि वे शुक्रवार को जैसलमेर में सेना के कमांडरों के सम्मेलन को संबोधित करेंगे। इस अवसर पर थल सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी, रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह, उप-सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल पुष्पेंद्र सिंह और थल सेना के सभी कमांडर उपस्थित थे।



































































