Sanjivani scam :जयपुर। संजीवनी क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसाइटी घोटाले (Sanjivani scam) में हाईकोर्ट से क्लीन चिट मिलने के बाद केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। गहलोत ने सोशल मीडिया पर आरोप लगाया कि एसओजी ने सरकार के दबाव में कोर्ट में यू-टर्न लिया, जबकि शेखावत ने गहलोत पर राजनीतिक उद्देश्य से मामले को भुनाने का आरोप लगाया। दोनों नेताओं के बीच तीखी बयानबाजी ने इस मामले को और भी गर्म कर दिया है।
शेखावत का पलटवार: पीड़ितों को न्याय दिलाने की नीयत नहीं थी गहलोत की
शेखावत ने गहलोत के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि अशोक गहलोत की कभी नीयत नहीं रही कि संजीवनी घोटाले के पीड़ितों को न्याय मिले। उन्होंने गहलोत पर आरोप लगाया कि वे इस मामले का राजनीतिकरण कर रहे थे और आज भी वही कर रहे हैं।
मां के सम्मान को लेकर शेखावत का सवाल
शेखावत ने कहा, “जब मेरी दिवंगत मां को लेकर गहलोत ने अनर्गल बयानबाजी की, तब उनके मन में कोई सम्मान नहीं था। अब जब मानहानि का केस उनके खिलाफ मजबूत हो रहा है, तब उन्हें मेरी मां का सम्मान याद आ रहा है।”
सरकारी कोष से 40 करोड़ खर्च कर फंसाने की कोशिश
शेखावत ने आरोप लगाया कि गहलोत ने अपने कार्यकाल के दौरान सरकारी संसाधनों का दुरुपयोग करते हुए उन्हें फंसाने के लिए 40 करोड़ रुपये सरकारी वकीलों पर खर्च किए।
सरकारी एजेंसियों पर गहलोत को भरोसा नहीं: शेखावत
शेखावत ने कहा कि गहलोत को न्यायिक एजेंसियों पर भरोसा नहीं है और वे बार-बार एसआईटी की मांग कर रहे हैं। शेखावत ने स्पष्ट किया कि उन्हें भारतीय न्याय व्यवस्था पर पूरा विश्वास है और गहलोत द्वारा रचे गए षडयंत्र का खुलासा जल्द होगा।