cloudburst in ramban: जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले के राजगढ़ इलाके में शनिवार को अचानक बादल फटने के कारण भारी तबाही मची। तेज बारिश से आई फ्लैश फ्लडिंग में अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है और चार लोग लापता बताए जा रहे हैं। प्रशासन (cloudburst in ramban)और बचाव दल प्रभावित इलाकों में राहत एवं बचाव कार्य तेजी से चला रहे हैं।
क्या हुआ….
प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार अचानक आई बाढ़ जैसे जलप्रवाह ने कई मकानों को क्षतिग्रस्त कर दिया, कुछ घर पूरी तरह बह गए। पानी के तेज बहाव और बरसात की के कारण कई सड़कों व संपर्क मार्गों पर भी उथल-पुथल हुई। स्थानीय लोग और बचाव दल सबसे पहले प्रभावितों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित कर अस्थायी राहत शिविरों में ठहरा रहे हैं।
राहत और बचाव: कौन-कौन टीम लगी?
- SDRF और स्थानीय पुलिस की टीमें लगातार सर्च ऑपरेशन चला रही हैं।
- स्थानीय प्रशासक व आपदा प्रबंधन के अधिकारी现场 पर तैनात हैं और प्रभावित परिवारों के लिए तत्काल राहत सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है।
- जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त टीमों और संसाधनों को घटनास्थल पर भेजे जाने की तैयारी है।
ग्रामीणों से सतर्कता का आह्वान
अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि नदियों और नालों का जलस्तर बढ़ रहा है; इसलिए लोगों से नदी-किनारे तथा ऊपरी इलाकों में अनावश्यक रूप से न ठहरने की सलाह दी गई है। पशुओं और जरूरी सामान को सुरक्षित ऊँची जगहों पर स्थानांतरित करने का निर्देश भी जारी किया गया है।
पिछली बड़ी घटना का संदर्भ
यह घटना 14 अगस्त को किश्तवाड़ जिले के चिशोटी गांव में हुई भयावह बादल फटने की स्मृति ताज़ा कर देती है, जब तेज फ्लैश फ्लड्स में कम से कम 60 लोगों की मौत हुई थी और कई घायल व लापता हुए थे। उस घटना में श्रद्धालुओं के कैंप, मकान और पुल बहे गए थे। स्थानीय प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्रों में प्राथमिक उपचार, अस्थायी आवास, खाने-पीने की सामग्री और चिकित्सा सुविधाएँ मुहैया कराई हैं। खोज कार्य जारी है और अभी तक लापता व्यक्तियों के खोज-तलाशी प्रयास तेज हैं। पुलिस और आपदा प्रबंधन टीमों ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने और आधिकारिक सूचनाओं का पालन करने का आवाहन किया है।