fake pakistani claims: पाकिस्तान ने एक बार फिर से यह दावा किया है कि उसने भारत के छह लड़ाकू विमानों को मार गिराया है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता शफकत अली खान ने शुक्रवार को प्रेस ब्रीफिंग के दौरान यह बयान दिया। उन्होंने कहा कि भारत (fake pakistani claims)को स्वीकार करना चाहिए कि उसके लड़ाकू विमानों और सैन्य ठिकानों को भारी नुकसान हुआ है।
भारत का पलटवार: “कोई नुकसान नहीं हुआ”
भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल ने इन दावों को सिरे से खारिज करते हुए कहा, “भारत को कोई नुकसान नहीं हुआ है। आज तक कोई फोटो, वीडियो या सैटेलाइट इमेज ऐसा नहीं है जो पाकिस्तान के दावे की पुष्टि करता हो।”
आईआईटी मद्रास दीक्षांत समारोह में दिया बयान
आईआईटी मद्रास के 62वें दीक्षांत समारोह में पहली बार ऑपरेशन सिंदूर को लेकर NSA डोभाल ने बयान दिया। उन्होंने बताया कि इस ऑपरेशन में पूरी तरह देश में विकसित तकनीक का इस्तेमाल किया गया और आतंकियों के ठिकानों को सटीकता से निशाना बनाया गया। उन्होंने कहा, “हमने सीमापार मौजूद सिर्फ आतंकी ठिकानों पर हमला किया। हमें अपनी आत्मनिर्भरता और सटीकता पर गर्व है।”
पाकिस्तान की पुरानी रणनीति: भ्रम और बयानबाज़ी
यह पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान ने भारत को लेकर अतिशयोक्तिपूर्ण दावे किए हैं। इससे पहले 23 मई को पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता अहमद चौधरी ने भी दावा किया था कि पाकिस्तान ने भारत के 6 फाइटर जेट, जिनमें 3 राफेल शामिल थे, मार गिराए। हालांकि अंतरराष्ट्रीय रक्षा विशेषज्ञों और उपग्रह आंकड़ों ने इन दावों को प्रोपेगेंडा करार देते हुए खारिज कर दिया।
भारत फैला रहा आतंकवाद
पाकिस्तानी प्रवक्ता ने यह भी आरोप लगाया कि भारत पाकिस्तान में आतंकवाद फैला रहा है और विदेशों में भी टारगेटेड किलिंग की साजिश रच रहा है। उन्होंने कनाडा और अमेरिका जैसे देशों का भी हवाला दिया। हालांकि अब तक इन आरोपों की कोई स्वतंत्र अंतरराष्ट्रीय पुष्टि नहीं हुई है।
ऑपरेशन सिंदूर: एयरस्ट्राइक से जवाब
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले में 26 टूरिस्टों की हत्या हुई थी। इसके बाद 7 मई को भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और POK में 9 आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की।
इस कार्रवाई में भारत ने 100 से अधिक आतंकियों के मारे जाने का दावा किया। इसके बाद 10 मई को दोनों देशों के बीच सीजफायर पर सहमति बनी। NSA डोभाल ने अपने संबोधन के अंत में कहा, “भारत एक राष्ट्र है जो हजारों वर्षों से अस्तित्व में है। हमने हर संकट का सामना किया है और अब तकनीक के माध्यम से अपनी संप्रभुता की रक्षा कर रहे हैं।”