PM Modi Namibia visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन दिनों विदेश दौरे पर हैं। फिलहाल वे ब्राजील में हैं और इसके बाद नामीबिया की यात्रा पर जाएंगे। इस दौरे के दौरान भारत और ब्राजील के बीच कई अहम समझौते हुए हैं।
इसी बीच नामीबिया यात्रा से पहले एक बड़ी जानकारी सामने आई है—अफ्रीकी देश नामीबिया भारत को यूरेनियम निर्यात करने पर विचार कर रहा है। (PM Modi Namibia visit)यह जानकारी नामीबिया में भारत के हाई कमिश्नर राहुल श्रीवास्तव ने दी। उन्होंने बताया कि भारत नामीबिया में मिलने वाले खनिजों में काफी रुचि रखता है।
क्यों है नामीबिया में भारत को दिलचस्पी?
ANI से बातचीत में हाई कमिश्नर श्रीवास्तव ने कहा, “भारत को नामीबिया में मिले हालिया तेल और गैस भंडारों में गहरी रुचि है।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि दोनों देशों के बीच संबंध ऐतिहासिक रूप से मजबूत रहे हैं। भारत उन पहले देशों में से एक था जिसने नामीबिया की स्वतंत्रता का समर्थन किया था।
गौरतलब है कि 27 साल बाद कोई भारतीय प्रधानमंत्री नामीबिया की यात्रा पर जा रहा है। इससे दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों को नई गति मिलने की उम्मीद है।
भारत-नामीबिया: संबंध और साझेदारी
राहुल श्रीवास्तव के अनुसार, भारत और नामीबिया के बीच व्यापार, रक्षा सहयोग और निवेश जैसे विषयों पर व्यापक चर्चा हो सकती है। भारत की कई माइनिंग कंपनियां नामीबिया में निवेश करने की योजना बना रही हैं। साथ ही भारत, नामीबिया से यूरेनियम आयात करने पर भी विचार कर रहा है।
दूसरी ओर, नामीबिया भारत से रक्षा उपकरण खरीदने की इच्छा भी जाहिर कर चुका है। इस यात्रा के दौरान क्षमता निर्माण और तकनीकी सहयोग को और बढ़ावा मिलने की संभावना है।
पाकिस्तान और चीन की बढ़ी चिंता
पीएम मोदी की यह विदेश यात्रा पहलगाम आतंकी हमले के बाद हो रही है। वे इससे पहले घाना, त्रिनिदाद एंड टोबैगो और ब्राजील जैसे खनिज-समृद्ध देशों की यात्रा कर चुके हैं। अब उनकी नजर नामीबिया के यूरेनियम पर है, जिसका इस्तेमाल परमाणु ऊर्जा और हथियार बनाने में होता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि भारत की यह रणनीति पाकिस्तान और चीन जैसे देशों की चिंता बढ़ा सकती है। इससे भारत की रणनीतिक और ऊर्जा सुरक्षा को नई मजबूती मिल सकती है।