जयपुर: रविवार को Rajasthan Jain Sabha की ओर से आयोजित Collective Forgiveness Festival में CM Bhajanlal Sharma ने भी क्षमा याचना की। इस अवसर पर सीएम ने जैन धर्म के प्रति अपनी आस्था प्रकट करते हुए कहा, “मैं भी जाने-अनजाने में जो गलतियां मुझसे हुई हैं, उनके लिए क्षमा मांगता हूं।”
सीएम की जापान-कोरिया यात्रा का जिक्र
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने अपने संबोधन में Japan-Korea Trip की 6-दिवसीय यात्रा का जिक्र करते हुए बताया कि कैसे उन्होंने अपने साथ भोजन लेकर यात्रा पूरी की। उन्होंने कहा, “मुझसे पूछा गया कि मैं लहसुन-प्याज नहीं खाता, तो मेरा भोजन कैसे होगा? मैंने कहा कि जैसे हमारे पूर्वज तीर्थ यात्रा के दौरान अपना भोजन साथ लेकर जाते थे, वैसे ही मैंने भी किया।”
क्षमा से आत्मा की शुद्धि होती है
सीएम भजनलाल ने क्षमा याचना के महत्व पर जोर देते हुए कहा, “क्षमा मांगने से आत्मा की शुद्धि होती है। इससे कटुता और द्वेष भाव समाप्त हो जाते हैं, और समाज में शांति एवं सद्भाव का मार्ग प्रशस्त होता है।” उन्होंने Jain Community की इस परंपरा की सराहना की और कहा कि इसे पूरे समाज में अपनाया जाना चाहिए।
संत-मुनियों को राज्य में स्टेट गेस्ट का दर्जा
सीएम ने बताया कि उनके नेतृत्व में Rajasthan में संत-मुनियों को State Guest का दर्जा दिया गया है। उन्होंने मुनि शशांक सागर, पावन सागर, समत्व सागर सहित अन्य संतों का जिक्र करते हुए उनसे राज्य में स्टेट गेस्ट का दर्जा न मिलने को अपनी चूक बताते हुए क्षमा मांगी।
मुनियों ने की सीएम की सराहना
इस मौके पर संत-मुनियों ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की सादगी और सहृदयता की प्रशंसा की। मुनियों ने कहा, “मुख्यमंत्री सेवा भाव से काम करने वाले व्यक्ति हैं, जिनका नाम और काम दोनों में समानता दिखती है।”