संघर्षविराम से पहले DGMO बातचीत: पाकिस्तान ने खुद किया अनुरोध
10 मई को भारत और पाकिस्तान के DGMO अधिकारियों के बीच बातचीत के बाद संघर्षविराम पर सहमति बनी। पाकिस्तान ने तकनीकी कारणों से हॉटलाइन के माध्यम से संपर्क नहीं कर पाने पर उसी दिन सुबह 12:37 बजे भारत से संपर्क का अनुरोध किया। इसके बाद 15:35 बजे कॉल तय की गई।
भारतीय हमलों से दबाव में आया पाकिस्तान
विदेश मंत्रालय ने बताया कि यह पाकिस्तान की मजबूरी थी, क्योंकि उसी सुबह भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के प्रमुख एयरफोर्स ठिकानों पर अत्यधिक प्रभावी हमले किए थे। यह भारत की सैन्य ताकत थी जिसने पाकिस्तान को गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई रोकने पर मजबूर कर दिया।
आतंकवाद के खिलाफ भारत का स्पष्ट संदेश
भारत ने स्पष्ट किया कि 22 अप्रैल के आतंकी हमले के जवाब में केवल आतंकवादी ढांचे को निशाना बनाया गया। यदि पाकिस्तानी सेना गोली चलाएगी तो भारतीय सेना भी जवाब देगी, लेकिन यदि पाकिस्तान रुकेगा तो भारत भी रुकेगा। यही संदेश ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान भी दिया गया था।
PoK को खाली करे पाकिस्तान: भारत का रुख अडिग
डोनाल्ड ट्रंप के कथित बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए विदेश मंत्रालय ने फिर दोहराया कि जम्मू-कश्मीर से जुड़ा हर मुद्दा भारत और पाकिस्तान का द्विपक्षीय मामला है। भारत का रुख स्पष्ट है — पाकिस्तान को PoK खाली करना होगा।
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत-अमेरिका संपर्क
7 से 10 मई तक चले ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत-अमेरिका नेताओं के बीच केवल सैन्य स्थिति पर चर्चा हुई। कोई व्यापारिक मुद्दा नहीं उठा।
‘ये न्यू नॉर्मल है, पाकिस्तान समझ ले’
पाक विदेश मंत्रालय की आलोचना पर भारत ने कड़ा जवाब देते हुए कहा, “जो देश दशकों से आतंकवाद को उद्योग की तरह पाल रहा है, वह इसके परिणामों से नहीं बच सकता।” भारत ने चेतावनी दी कि एक नया सामान्य स्थापित हो चुका है और पाकिस्तान को इसे स्वीकार करना होगा।
भारत ने सिंधु जल संधि निलंबित की
भारत ने सिंधु जल संधि को निलंबित रखने का फैसला किया है, जब तक पाकिस्तान आतंकवाद को समर्थन देना बंद नहीं करता। यह निर्णय 23 अप्रैल को हुई कैबिनेट की सुरक्षा समिति (CCS) की बैठक में लिया गया।