Robert Vadra: कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी के पति और बिजनेसमैन रॉबर्ट वाड्रा को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गुरुग्राम लैंड स्कैम से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में बुधवार, 17 अप्रैल को(Robert Vadra) एक बार फिर पूछताछ के लिए बुलाया है। इससे पहले भी मंगलवार और सोमवार को एजेंसी ने उनसे कई घंटों तक पूछताछ की थी।
राजनीति में आने को लेकर रॉबर्ट वाड्रा का बड़ा बयान
ईडी के सामने पेशी से पहले वाड्रा ने मीडिया से बात करते हुए राजनीति में अपनी संभावित एंट्री को लेकर कहा, “जबसे मैंने कहा कि मैं राजनीति में आऊंगा, तभी से बीजेपी ने मेरे खिलाफ साजिशें शुरू कर दी हैं। लेकिन मैं जनता की आवाज उठाता रहूंगा। मुझे जितना दबाया जाएगा, मैं उतना ही मजबूत होकर सामने आऊंगा।” उन्होंने यह भी कहा कि वह कांग्रेस को मज़बूत करने के लिए राजनीति में कदम रखेंगे।
ईडी की पूछताछ को बताया राजनीतिक हथकंडा
वाड्रा ने जांच एजेंसियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि ईडी उनसे उन्हीं पुराने सवालों को लेकर पूछताछ कर रही है, जिनका जवाब वह 2019 में पहले ही दे चुके हैं। उन्होंने कहा, “मैंने कुछ भी गलत नहीं किया। खुद मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर मुझे दो बार क्लीन चिट दे चुके हैं, फिर मुझे बार-बार क्यों बुलाया जा रहा है?”
कौन सा है मामला?
यह मामला 2018 में गुरुग्राम के निवासी सुरेंद्र शर्मा की शिकायत पर दर्ज हुआ था। आरोप है कि रॉबर्ट वाड्रा की कंपनी स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी ने शिकोहपुर में 3.5 एकड़ जमीन 7.5 करोड़ रुपये में खरीदी और बाद में इसे DLF को 58 करोड़ में बेच दिया। यह सौदा उस समय हुआ जब कंपनी को कमर्शियल प्रोजेक्ट के लिए लाइसेंस मिल गया था।
इस मामले में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा भी आरोपी हैं। केस में IPC की धारा 420, 120B, 467, 468, 471 और 423 के तहत मामला दर्ज किया गया है। ईडी इस डील में हुई कथित अनियमितताओं और पैसों के लेन-देन की जांच कर रही है।