Dausa Crime News: दौसा जिले के रामगढ़ पचवारा में त्योहार की खुशियों के बीच ऐसी दर्दनाक घटना घटी, जिसने पूरे इलाके को हिला दिया। लाइब्रेरी में पढ़ाई कर रहे 25 वर्षीय हंसराज की बेरहमी से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। सिर्फ इसलिए कि उसने रंग लगाने से मना कर दिया था!(Dausa Crime News) तीन युवको….अशोक, बबलू और कालूराम ने हंसराज को घसीटकर अंदर ले गए और बेल्ट, लात-घूंसों से तब तक पीटा, जब तक उसकी सांसें नहीं थम गईं।
लाइब्रेरी में घसीटकर पीटा
प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हंसराज को लाइब्रेरी में घेरकर मारा गया। गला दबाकर हत्या करने की यह वारदात CCTV में कैद हो गई, जिससे आरोपियों की पहचान हो सकी।
गुस्साए लोगों ने किया हाईवे जाम
घटना की खबर लगते ही गांव में आक्रोश फैल गया। परिजनों और ग्रामीणों ने शव को हाईवे पर रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया, जिससे आठ घंटे तक नेशनल हाईवे-148 जाम रहा। उन्होंने प्रशासन के सामने तीन प्रमुख मांगें रखीं—50 लाख रुपए मुआवजा, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और सभी आरोपियों की तुरंत गिरफ्तारी।
लालसोट एएसपी दिनेश अग्रवाल के अनुसार, CCTV फुटेज से आरोपियों की पहचान हो गई है। उनकी गिरफ्तारी के लिए 6 टीमें बनाई गई हैं। हंसराज अपने चार भाइयों में सबसे छोटा था और परिवार खेती से जुड़ा हुआ था।
सवाल जो प्रशासन को घेरे में लेते हैं…
- क्या त्योहार के नाम पर जबरदस्ती रंग लगाना अब हिंसा का कारण बन गया है?
- लाइब्रेरी जैसी जगह, जहां ज्ञान अर्जन होता है, वहां हत्या जैसी घटना कैसे हो गई?
- क्या समाज में सहिष्णुता की भावना खत्म होती जा रही है?
यह घटना सिर्फ एक हत्या नहीं, बल्कि समाज के लिए एक चेतावनी है कि त्योहार की खुशियां जबरन थोपी नहीं जा सकतीं।