रेलवे में सत्ता का दुरुपयोग! पुलिस कांस्टेबल ने टीटीई को डराया-धमकाया, पत्नी को चढ़ाने की जिद पर अड़ा!

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Kota Railway Dispute

 Kota Railway Dispute: रेलवे नियमों को ताक पर रखकर एक कांस्टेबल की दबंगई सामने आई है। नई दिल्ली-सोगरिया ट्रेन में जीआरपी कांस्टेबल एमके मीणा ने अपनी पत्नी को बिना टिकट एसी कोच में सफर करवाने की कोशिश की। जब टीटीई राकेश पिप्पल ने रोका, ( Kota Railway Dispute)तो दोनों के बीच जमकर बहस हो गई। कांस्टेबल ने खुलेआम टीटीई को धमकी दी…. “ट्रेन रुकवा दूंगा, उठाकर ले जाऊंगा!” यह पूरा मामला कैमरे में कैद हो गया और वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।


वायरल वीडियो में क्या दिखा?

सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में कांस्टेबल गुस्से में टीटीई से भिड़ता दिख रहा है। बहस के दौरान कांस्टेबल ने कहा—
“तेरे को यहीं से उठाकर ले जाऊंगा!”
टीटीई ने जवाब दिया— “अभी फोन करता हूं!”
 कांस्टेबल— “कर ले फोन, यहां का मालिक मैं हूं!”
टीटीई— “तेरे जैसे कितने मालिक आए और चले गए!”
 कांस्टेबल— “अभी ट्रेन रुकवा दूंगा!”

यह पूरा घटनाक्रम यात्रियों ने अपने मोबाइल में रिकॉर्ड कर लिया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। हालांकि, रेलवे प्रशासन ने अभी वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं की है।


भड़क उठा कांस्टेबल

टीटीई राकेश पिप्पल के मुताबिक, नई दिल्ली स्टेशन पर ड्यूटी जॉइन करने के दौरान कांस्टेबल ने कहा कि उसकी पत्नी B-1 कोच में बैठी है और उसे गंगापुर तक जाना है। जब टीटीई ने टिकट मांगा, तो कांस्टेबल ने कहा— “मुझे टिकट की जरूरत नहीं है!” टीटीई ने नियमों का हवाला देते हुए बिना टिकट यात्रा की अनुमति देने से इनकार कर दिया। इस पर कांस्टेबल भड़क उठा और टीटीई को धमकाने लगा…“तुझे तो मैं ट्रेन से नीचे उतार दूंगा, देख लेना!”


कांस्टेबल की पत्नी से वसूला गया जुर्माना

बाद में जब टीटीई पिप्पल ने B-1 कोच में जाकर जांच की, तो वहां एक महिला बिना टिकट बैठी मिली। पूछताछ करने पर महिला ने बताया कि वह कांस्टेबल की पत्नी है और गंगापुर जा रही है। महिला के पास न टिकट था, न ही जुर्माना भरने की इच्छा।  टीटीई ने तुरंत महिला को स्लीपर कोच में भेज दिया।
वहां मौजूद दूसरे टीटीई ने महिला से 530 रुपये का जुर्माना वसूला। यह पूरा मामला यात्रियों ने रिकॉर्ड कर लिया और सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल कर दिया।


रेलवे प्रशासन ने दिए जांच के आदेश

रेलवे के सीनियर डीसीएम सौरभ जैन ने मामले को गंभीर मानते हुए जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि—
“शिकायत की जांच की जा रही है। दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी।” अब सवाल यह उठता है कि क्या सरकारी अधिकारी नियमों से ऊपर हैं? क्या पुलिसकर्मी अपनी वर्दी का गलत इस्तेमाल कर सकते हैं? रेलवे प्रशासन इस मामले में कितनी सख्ती दिखाएगा, यह देखना दिलचस्प होगा।

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