Gajendra Singh Shekhawat: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन के हालिया बयान पर देश की सियासत गरमा गई है। उनके बयान को लेकर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। (Gajendra Singh Shekhawat) जोधपुर में मीडिया से बातचीत के दौरान शेखावत ने कहा, “वहम की दवा हकीम के पास भी नहीं होती।” उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ लोग भ्रम फैलाकर राजनीतिक लाभ उठाना चाहते हैं, लेकिन जनता अब सच्चाई जान चुकी है।
स्टालिन के बयान पर भाजपा का रुख
गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि कुछ लोग राजनीतिक फायदे के लिए इस तरह के बयान देते हैं। उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “अब देखने वाली बात यह है कि स्टालिन किस ब्रैकेट में खड़े हैं।” इससे स्पष्ट हो गया कि भाजपा इस मुद्दे को हल्के में लेने के मूड में नहीं है।
जोधपुर दौरा और शिवराज सिंह चौहान के बेटे की शादी
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत दो दिवसीय दौरे पर जोधपुर पहुंचे हैं। इस दौरान वह मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बेटे कार्तिकेय के विवाह समारोह में शामिल होंगे। एयरपोर्ट पर भाजपा कार्यकर्ताओं और प्रशासनिक अधिकारियों ने उनका भव्य स्वागत किया।
परिसीमन को लेकर स्टालिन की चिंता
मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने 1971 की जनगणना को अगले 30 वर्षों तक परिसीमन का आधार बनाए रखने की मांग की है। उनका मानना है कि इससे दक्षिण भारत का राजनीतिक प्रभाव कम नहीं होगा। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए शेखावत ने स्टालिन के बयान को “एप्लस्शन बेस” करार दिया और दोहराया कि “वहम की दवा हकीम के पास भी नहीं होती।”
राजस्थान में बढ़ती भव्य शादियों की परंपरा
शेखावत ने कहा कि राजस्थान, विशेष रूप से जोधपुर, मैरिज टूरिज्म का नया केंद्र बनता जा रहा है। उन्होंने कहा कि “बड़े विवाह समारोह प्रदेश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में मददगार होते हैं। यह टूरिज्म का नया वर्टिकल है, जिससे राज्य को बड़ा लाभ होता है।”
अबू आजमी के बयान पर प्रतिक्रिया
अबू आजमी द्वारा औरंगजेब को लेकर दिए गए बयान पर शेखावत ने इसे “दुर्भाग्यपूर्ण” बताया। उन्होंने कहा कि इस पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहले ही सटीक जवाब दे चुके हैं। शेखावत ने कहा कि ऐसे बयानों से समाज में गलत संदेश जाता है और जनता इसे स्वीकार नहीं करेगी।